घर का भेदी और ढहता कांग्रेसी दुर्ग |
November 28 2021 |
कांग्रेस के अंदर तूफान आने से पहले का सन्नाटा पसरा है कि जिन नेताओं को राहुल गांधी खुल्लमखुला गरिया चुके हैं उन्हें फिर से पार्टी में इतनी अहम जिम्मेदारियां कैसे मिल जाती है। पिछली बार के बिहार विधानसभा के चुनावी नतीजों से राहुल गांधी इतने आहत थे कि बिहार के कांग्रेसी नेताओं के समक्ष ही उन्होंने खम्म ठोक कर ऐलान कर दिया था कि ’उन्हें मालूम है कि बिहार में कांग्रेस के 20 से ज्यादा टिकट बिके हैं’ सजा के तौर बिहार की स्क्रीनिंग कमेटी के मेंबर अविनाश पांडे से तमाम जिम्मेदारियां वापिस ले ली गईं। अविनाश पांडे अब तक अपने राजनैतिक जीवन में सिर्फ एक चुनाव जीत पाए हैं। पर इस बार फिर से उन्हें वीरेंद्र राठौर के साथ उत्तराखंड की स्क्रीनिंग कमेटी की अहम जिम्मेदारी सौंप दी गई है यानी अविनाश पांडे उन्हीं वीरेंद्र राठौर के साथ मिल कर कांग्रेस का टिकट बांटेंगे जो राठौर हरियाणा में अब तक तीन चुनाव हार चुके हैं। वीरेंद्र राठौर पहले भी दिल्ली विधानसभा चुनाव की स्क्रीनिंग कमेटी में रह चुके हैं, दिल्ली में कांग्रेस का हश्र क्या हुआ यह सबके सामने है। दबी जुबान से दिल्ली में भी कांग्रेस का टिकट बिकने की चर्चा हुई थी। अब क्या उत्तराखंड में कांग्रेस अपना जीता-जिताया दांव गंवाना चाहती है? |
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