क्या है पीके के ब्लू प्रिंट में |
August 28 2021 |
प्रशांत किशोर भारत के बदलते सियासी मौसम के एक पारखी ज्योतिष हैं, जो वोटर की निराकार आकांक्षाओं को भी शब्दों के गहने पहनाने का हुनर जानते हैं। उन्होंने पिछले दिनों कांग्रेस के भविष्य और उसकी संभावित रणनीतियों को लेकर अपना एक डॉसियर गांधी परिवार को सौंपा है, मुमकिन है कि आने वाले दिनों में पीके के इसी ब्लू प्रिंट के मुताबिक गांधी परिवार आचरण करे, जब पार्टी के नाराज़ 23 वरिष्ठ नेताओं ने सोनिया गांधी को चिट्ठी लिखी थी तो उसमें मजबूती से मांग की गई थी कि पार्टी के 9 सदस्यीय संसदीय बोर्ड को तत्काल प्रभाव से बहाल किया जाए, पीके भी इसी तर्ज पर एक छोटी कोर कमेटी गठित करने की बात रखते हैं। वे इस कमेटी में सोनिया, राहुल, प्रियंका के अलावा खुद को भी देखते हैं और पार्टी के संगठन महासचिव को भी इसमें रखना चाहते हैं। पीके चाहते हैं यह छोटी कोर कमेटी ही तमाम त्वरित और अहम फैसले ले और कांग्रेस की सामांतर कमेटियों को सशक्त करे। राहुल-प्रियंका की जोड़ी पीके की रणनैतिक कौशल और चुनावी सूझबूझ की कायल हैं, पर एके एंटोनी, कमलनाथ, अशोक गहलोत, पी.चिदंबरम जैसे नेताओं की पेशानियों पर पीके की आगमन से बल पड़ गए हैं। इन्हीं नेताओं ने सोनिया से कहा है कि पीके की अति महत्वाकांक्षा कांग्रेस को डुबो सकती है। इन नेताओं ने सोनिया को सुझाव दिया है कि अगर पीके में सचमुच इतनी कूवत है तो इन्हें बिहार का प्रदेश प्रभारी बना कर वहां भेजा जाए, वे कांग्रेस को वहां पुनर्जीवित करें और बन जाएं राज्य के मुख्यमंत्री, पर पुराने कांग्रेसियों को भी पीके को इतने हल्के में नहीं लेना चाहिए। |
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