क्या बोम्मई की गद्दी सलामत रहेगी? |
February 19 2022 |
कर्नाटक में अगले वर्ष मई में विधानसभा चुनाव होने हैं। कर्नाटक के मौजूदा मुख्यमंत्री बासव राज बोम्मई जो येदुरप्पा की सजातीय लिंगायत जाति से ताल्लुक रखते हैं वे येदुरप्पा के आशीर्वाद से ही मुख्यमंत्री की गद्दी पर काबिज हुए थे, पर इन दिनों उनका आसन डगमगा रहा है। पिछले दिनों अपने गृहनगर शिगाॅन में एक जनसभा को संबोधित करते वे बेसाख्ता ही बोल पड़े-’पद और रुतबा समेत इस दुनिया में कुछ भी स्थायी नहीं है।’ उनके इस बयान के बाद इस बात की अटकलें तेज हो गई कि ’उनकी गद्दी जा रही है।’ सो पिछले कुछ समय में बोम्मई लगातार तीन बार दिल्ली आ चुके हैं, पार्टी हाईकमान से मिलने की चाह लिए। जैसे इस दफे वे जब दिल्ली पहुंचे तो भाजपाध्यक्ष जेपी नड्डा से उनकी बस फोन पर ही बात हो पाई, क्योंकि नड्डा उस दिन चुनाव प्रचार के सिलसिले में गोवा में थे। अमित शाह से जब वे मिलने पहुंचे तो शाह यूपी के दौरे पर निकल रहे थे, सो बस चलते-चलते ही वे बोम्मई से बात कर पाए। पर भाजपा की असली दिक्कत यह है कि वे बोम्मई की जगह आखिरकार बनाए किसको? वैसे भी बोम्मई एक तरह से येदुरप्पा के ही ‘नाॅमिनी’ हैं, किसी वोकालिग्गा नेता को येदुरप्पा बनने नहीं देंगे, और येदुरप्पा के बेटों में से हाईकमान किसी को बनाएगा नहीं, तो ले-देकर बोम्मई ही चलते रहेंगे, मगर कब तक? इसका फैसला तो 10 मार्च के बाद ही होगा। |
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