कैप्टन की द्विविधा |
January 24 2022 |
कैप्टन अपने करीबी लोगों से अब सीधे भाजपा का दामन थामने का आग्रह कर रहे हैं, अपने करीबियों की एक बैठक में कैप्टन ने साफ कर दिया है कि उन्हें नहीं मालूम कि पंजाब चुनावों के बाद उनकी गवगठित पार्टी का भविष्य क्या रहने वाला है, उनकी पार्टी रहेगी भी या वे इसका विलय भाजपा में कर देंगे इसीलिए बेहतर होगा कि वे भाजपा ज्वॉइन करने की सोचें। इस चुनाव में कैप्टन अपनी बेटी को चुनाव लड़वाना चाहते हैं जबकि उनकी पत्नी परणीत कौर बेटे को चुनाव मैदान में उतारना चाहती हैं। दोनों यानी पति-पत्नी के बीच अब यह सहमति बनी है कि क्यों नहीं बेटे और बेटी दोनों को ही टिकट दे दिया जाए, पर कैप्टन साहब को यह डर सता रहा है कि अगर उनके पुत्र और पुत्री दोनों ही चुनाव हार गए तो फिर उनकी राजनैतिक विरासत को आगे कौन ले जाएगा? |
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