केंद्र में आ सकते हैं फड़णवीस |
July 12 2022 |
सूत्रों की मानें तो देवेंद्र फड़णवीस के डिप्टी सीएम का कार्यकाल महज़ कुछ महीनों का रहने वाला है, यह एक ‘शार्ट टर्म’ व्यवस्था है, पार्टी का केंद्रीय नेतृत्व उन्हें केंद्र में मंत्री बनाने को आतुर है। वैसे भी शिंदे प्रकरण से भाजपा ने एक तीर से कई निशाने साधे हैं, शिवसेना को इस दफे के बीएमसी चुनाव में पूरी तरह निपटा देने की तैयारी है, जहां वह पिछले 25 साल से काबिज है और शिवसेना वहीं से अपना ईंधन पाती है। फड़णवीस को भी आइना दिखाया गया है, कहते हैं उनसे भाजपा नेतृत्व इस बात को लेकर किंचित नाराज़ चल रहा था कि पांच साल बतौर सीएम उन्होंने कई मनमाने फैसले लिए और पार्टी में अपने विरोधियों को डंके की चोट पर निपटाया, खास कर महाराष्ट्र के वैसे भगवा नेताओं को निपटाने में फड़णवीस ने जल्दबाजी दिखाई जो कल उनके समक्ष चुनौती उपस्थित कर सकते थे। जैसे एकनाथ खड़से, विनोद तावड़े, पंकजा मुंडे व चंद्रशेखर बावनकुले आदि। यह लिस्ट यकीनन काफी लंबी हो सकती है। शिंदे को मुख्यमंत्री की गद्दी पर काबिज करवा कर भाजपा ने पवार राजनीति में भी डेंट लगाया है। शिंदे उसी मराठा समुदाय से ताल्लुक रखते हैं जिसकी राज्य में कुल आबादी लगभग 30 फीसदी है। और इस मराठा राजनीति पर अब तक शरद पवार और उनकी एनसीपी का एकछत्र राज्य रहा है। सो, भाजपा के इस ‘मास्टर स्ट्रोक’ के महाराष्ट्र की राजनीति में दूरगामी परिणाम देखे जा सकते हैं। |
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