कांग्रेस से ऊपर रहे चिराग |
November 28 2021 |
गुस्से-गुस्से में लालू ने बिहार के कांग्रेस प्रभारी भक्त चरण दास को ’भक्क चोनर’ (बुड़बक) कह दिया, इस पर प्रदेश कांग्रेस नेता अनिल शर्मा ने एक ट्वीट कर लालू को याद दिलाया कि कैसे भक्त चरण दास लालू के संघर्ष के दिनों के जनता दल की संघर्ष वाहिनी के ’नेशनल कोऑर्डिनेटर’ थे। कांग्रेस के ज्यादा से ज्यादा नेताओं ने कुशेश्वरस्थान के चक्कर लगाए पर उनके सोशल मीडिया अकाउंट को खंगालने पर पता चलता है कि वहां की तस्वीरें कुशेश्वरस्थान के प्रसिद्ध भोलेनाथ मंदिर में जल चढ़ाते हुए तो हैं, पर चुनाव कैंपेन की कोई भी तस्वीर इनके सोशल मीडिया में मौजूद नहीं है। शायद यही वजह रही कि न सिर्फ दोनों ही सीट पर कांग्रेस प्रत्याशियों की जमानत जब्त हो गई बल्कि पार्टी चौथे स्थान पर आ गई। जबकि चिराग पासवान की नवगठित लोक जनशक्ति पार्टी (राम विलास) तीसरे स्थान पर रही। कुशेश्वरस्थान में कांग्रेस के अतिरेक कुमार को लगभग 4.27 प्रतिशत वोट यानी मात्र 5602 वोट आए, वहीं चिराग के उम्मीदवार को 5623 वोट आए, तारापुर में कांग्रेस प्रत्याशी राजेश मिश्रा को 3590 तो वहीं लोजपा (रा) के उम्मीदवार को 5364 वोट मिल गए। सबसे खास बात तो यह कि जहां जदयू के वोट एकजुट रहे तो लालू की पार्टी को ठीक उतने ही वोट आए जितने कि पिछले विधानसभा चुनाव में आए थे, यानी लालू के परंपरागत वोट बैंक मुस्लिम-यादव तो उनके साथ जुड़े रहे पर फॉरवर्ड और दलित वोटरों का उन्हें साथ नहीं मिला। राहुल की ओर से बिहार उप चुनाव को कॉऑर्डिनेट कर रहे थे वेणुगोपाल, जिन्हें बिहार की एबीसीडी नहीं मालूम। जिन नेताओं को कांग्रेस ने अपना स्टार प्रचारक बना रखा था, वे खुद अपने चुनाव में हजार वोट भी नहीं ला पाए थे। सो, कैसे होता कांग्रेस का बेड़ा पार? |
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