उद्धव की स्वामी भक्ति |
November 01 2021 |
भाजपा के बड़बोले नेता सुब्रह्मण्यम स्वामी की राज्यसभा की सदस्यता अगले साल अप्रैल में समाप्त हो रही है। भाजपा शीर्ष पर हल्ला बोल का नया अध्याय लिखने वाले स्वामी का संघ-प्रेम किसी से छुपा नहीं है। सो, पिछले दिनों स्वामी संघ प्रमुख मोहन भागवत से मिलने पहुंचे, भागवत भी उनके यूं आने का मंतव्य भांप चुके थे। सो, उन्होंने छूटते ही स्वामी से कह दिया-’आप हर किसी पर इतने निजी हमले कर चुके हैं तो मैं आपकी राज्यसभा को लेकर किसी तरह का कमिटमेंट नहीं कर सकता।’ निराश होकर स्वामी ने आंध्र प्रदेश के सीएम जगन मोहन रेड्डी को उम्मीदों का डायल किया, जिनकी वे पूर्व में काफी मदद कर चुके हैं। अगले साल आंध्र से भी राज्यसभा आने वाली है, पर जगन पीएम मोदी की कोई नाराज़गी मोल नहीं लेना चाहते, सो उन्होंने भी स्वामी से दो टूक कह दिया कि ’हमसे कोई उम्मीद मत रखिएगा।’ स्वामी इस नई सियासत के नए दस्तूर का मर्म भांपने में लगे थे कि उन्हें अचानक उद्धव ठाकरे का फोन आ धमका, ’मुंबई आकर मुझसे मिलिए, हमें दिल्ली में आपके जैसे ही एक निडर व्यक्ति की जरूरत है जो बेबाकी से हमारी बातों को सामने रख सके।’ स्वामी को भी चैन आया कोई तो है जिन्हें उनके बेबाक इरादों की कद्र है। |
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