अपनों से ही क्यों नाराज़ हैं राहुल |
February 19 2022 |
एक ऐसे वक्त में जब राहुल और प्रियंका पांच राज्यों के चुनाव में व्यस्त थे, सोनिया गांधी का आशीर्वाद पाकर दिवंगत अहमद पटेल के आशीर्वाद से कांग्रेसी राजनीति में आगे बढ़े मधुसूदन मिस्त्री ने कांग्रेस की सदस्यता अभियान को धार देने के क्रम में राज्यवर पीआरओ यानी प्रदेश रिटर्निंग अफसर और एपीआरओ की धड़ाधड़ नियुक्तियां शुरू कर दीं। इसके साथ ही एआईसीसी स्थित भक्तचरण दास के कमरे से बूथ कमेटी के गठन का काम भी शुरू हो चुका है। इस कार्य में अहमद पटेल के एक पूर्व सहयोगी यतींद्र शर्मा की भी एक महती भूमिका है, इस मुहिम को मनीष चतरथ, मोहन प्रकाश जैसे नेताओं का भी सक्रिय सहयोग हासिल है। अब यह सुनने में आ रहा है कि 10 मार्च के बाद राहुल और प्रियंका दोनों मिल कर मिस्त्री की इस लिस्ट की समीक्षा कर सकते हैं और उसकी मरम्मत भी। लिस्ट में से कई पीआरओ-एपीआरओ के नाम हटाए जा सकते हैं और उनकी जगह कई नए नाम जोड़े जा सकते हैं। क्योंकि इस अगस्त-सितंबर माह में कांग्रेस के अध्यक्ष का चुनाव होना है और राहुल अपने लिए पार्टी के अंदर से कोई चुनौती नहीं चाहते। |
Feedback |