महामहिमों की नियुक्ति |
May 03 2015 |
संसद के मौजूदा बजट सत्र के बाद कुछ बड़े फेरबदल की सरगोशियां सुनी जा सकेंगी, सबसे ज्यादा शोर तो मोदी मंत्रिमंडल में एक बड़े फेरबदल की है, इसी वक्त विभिन्न प्रांतों में 9 राज्यपालों की नियुक्ति होनी है, राज्यपाल पद के आकांक्षियों में बिहार, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, राजस्थान और दिल्ली के वरिष्ठ भगवा नेता शामिल हैं। उत्तर प्रदेश से लालजी टंडन, मध्य प्रदेश से नामा हेपतुल्लाह, दिल्ली से विजय कुमार मल्होत्रा, बिहार से सीपी ठाकुर जैसे नेताओं के नाम इस दौड़ में हैं। पर पिछले दिनों प्रधानमंत्री से मिल कर कथित तौर पर ठाकुर ने राज्यपाल बनने में अनिच्छा जताई है, वैसे भी ठाकुर की राज्यसभा की मियाद अभी ढाई वर्ष बाकी है, आसन्न बिहार विधानसभा चुनाव के आलोक में डा. ठाकुर संगठन में अपनी कोई महती भूमिका चाहते हैं, स्वयं पार्टी अध्यक्ष अमित शाह इन संभावनाओं को टटोल रहे हैं कि अगर डा. ठाकुर को बिहार भाजपा का अध्यक्ष बनाया जाता है तो इससे क्या राज्य की अगड़ी जातियां भाजपा के पक्ष में लामबंद्द हो सकती है? क्योंकि बिहार के मौजूदा प्रदेश अध्यक्ष मंगल पांडे का कार्यकाल पिछले 18 अप्रैल को ही समाप्त हो गया था और वैसे भी भगवा कैडर में यह बेहद आम धारणा है कि पांडे अब तक बिहार भाजपा के सबसे प्रभावशाली नेता सुशील मोदी के रबर स्टैंप की तरह काम करते आए हैं। |
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