75 पार का मंझधार |
December 21 2014 |
जब से नजमा आपा को इस बात की भनक लगी है कि बतौर मंत्री अब उनके दिन गिनती के हैं, और अब वह भी 75 पार के मंझधार में फंसने वाली है, तब से काम-काज में उनका जी किंचित कम ही लग रहा है। सूत्र तो यह भी बताते हैं कि सरकार के सर्वशक्तिमान ने उनसे बातों ही बातों में पूछ लिया है कि ‘वह किस राज्य का गवर्नर बनना पसंद करेंगी?’ अब तो हालत यह हो गई है कि जब कोई पत्रकार नजमा आपा से फोन कर उनसे मिलने का समय मांगता है, तो मिलना तो दूर, पत्रकारों को उनके फोन का जवाब भी नहीं मिलता है। पिछले दिनों ऐसी ही एक विचित्र स्थिति पैदा हो गई जब नजमा हेपतुल्ला सदन में पहुंची तो उन्हें मालूम ही नहीं पड़ा कि विपक्षी हंगामे की वजह से सदन तो कब का स्थगित हो चुका है। सो उन्हें उल्टे पांव अपने कमरे में वापिस जाना पड़ा। |
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