पत्रकारों पर तलवार |
August 02 2015 |
अंकुष’ और ’लगाम’ ये दो बेहद मामूली षब्द देष के सबसे बड़े सर्वषक्तिमान को सबसे ज्यादा पसंद हैं, पार्टी जनों, सांसदों और अपने मंत्रियों पर अंकुष रखने और लगाम लगाने के जुमलों को अब वे मीडिया पर भी आजमाना चाहते हैं। सनद रहे कि यह देष का वही मीडिया है जिसने 2014 में ’मोदी राग’ अलपाने में हर सीमा लांघ दी थी। आज उसी मीडिया को लेकर मोदी सरकार के तेवर किंचित तल्खी भरे हैं। सूत्र बताते हैं कि गृह मंत्रालय ने अपनी एक अनुषंसा सूचना प्रसारण मंत्रालय को भेजी है कि पीआईबी मान्यता प्राप्त पत्रकारों को अपने पीआईबी वैद्यता को हर वर्श ’रिन्यू’ कराना होगा, मीडिया दुलारे अरूण जेटली को अपनी ही सरकार का यह आइडिया बेहद नागवार गुजर रहा है। सो, उन्होंने फिलवक्त यह फाइल अपने पास रोक रखी है, पर बकरे की मां आखिर कब तक खैर मनाएगी। |
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