कांग्रेस का पुनर्जागरण काल |
July 26 2020 |
मोदी के देशव्यापी अजेय हुंकार को अगर किसी से चुनौती मिल रही है, कोई उनसे कोरोना और चीन पर लगातार सवाल पूछ रहा है तो वह है राहुल गांधी और प्रियंका गांधी की जोड़ी। ऐसे में यूपी के मुसलमानों को ऐसा लगने लगा है कि मोदी और योगी को चुनौती सिर्फ कांग्रेस ही दे सकती है। सो, जाने-अनजाने अब यूपी का मुसलमान कांग्रेस की ओर लौटने लगा है, वहीं लगे हाथ राज्य में मायावती की निष्क्रियिता और उनकी ’प्रो-भाजपा’ टोन भी कांगे्रस को फायदा पहुंचा रही है। मायावती का दलित वोट बैंक तेजी से भाजपा और और कांग्रेस के पाले में शिफ्ट हो रहा है। दलित यादवों के साथ जाने को इच्छुक नहीं है, यह सपा ने पिछले चुनाव में बसपा के साथ गठबंधन कर के देख लिया था। यूपी में कांग्रेस को पुनर्जीवित करने के लिए प्रियंका गांधी ने ऐड़ी-चोटी का जोर लगा रखा है। प्रियंका ने यूपी के लगभग हर जिले की कमेटियां तय कर दी हैं, यूपी कांग्रेस को पुनर्जीवित करने के इन प्रयासों को नियंत्रित करने की सबसे मुफीद जगह उनके लिए लखनऊ ही है, सो प्रियंका अब लखनऊ में ही अपना डेरा-डंडा जमाना चाहती हैं। वहीं प्रियंका की नज़र प्रदेश के ब्राह्मण वोटों पर भी टिकी हैं, जिनके बारे में प्रियंका का मानना है कि योगी राज में ये अपने को ठगा महसूस कर रहे हैं, ब्राह्मणों को लग रहा है चूंकि प्रदेश में ठाकुरों की सरकार है इसीलिए राजा भैया जैसे दुर्दांत अपराधी का भी कोई बाल-बांका नहीं हो रहा है। ब्राह्मण वोटों को कांग्रेस की ओर से खींचने के लिए प्रियंका ने यूपी में जितिन प्रसाद का चेहरा सामने कर रखा है। |
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