Posted on 08 January 2023 by admin
शिवराज सिंह चौहान को दिल्ली लाने के लिए भाजपा के दोनों शीर्ष पुरूष कृतसंकल्प जान पड़ते हैं। अभी पिछले दिनों प्रधानमंत्री ने जम कर ज्योतिरादित्य सिंधिया की तारीफ की थी, इससे यह कयास लगाए जाने लगे कि सिंधिया शिवराज की जगह ले सकते हैं। सिंधिया गुट का दावा है कि मध्य प्रदेश जहां इस बार भाजपा और कांग्रेस में सीधी आमने-सामने की कांटे की लड़ाई है, सिंधिया पासा पलटने का दमखम रखते हैं। उनको सीएम बनाने से भाजपा ग्वालियर, भिंड, शिवपुरी, चंबल, गुना, उज्जैन में मजबूती से उभर सकती है। वहीं वसुंधरा राजे सिंधिया को मनाने का जिम्मा भी ज्योतिरादित्य को सौंपा गया है, अगर नाराज़ वसुंधरा केंद्र में मंत्री बनने को राजी हो जाती हैं तो इससे राजस्थान विधानसभा चुनाव और 2024 लोकसभा चुनाव में वहां भाजपा के लिए मैदान मारना आसान हो जाएगा। वहीं भाजपा में एक गुट और भी है जो शिवराज सिंह के विकल्प के तौर पर प्रह्लाद पटेल का नाम आगे कर रहा है। मध्य प्रदेश में भाजपा की अंदरूनी गुटबाजी पर विराम लगाने के लिए प्रदेश भाजपा अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा को भी मंत्री पद दिए जाने पर विचार हो रहा है। फिलहाल तो मध्य प्रदेश का मामला पेचीदा ही दिखता है।
Posted on 08 January 2023 by admin
यह सचमुच गहरे पड़ताल का विषय है कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर सोशल मीडिया और सार्वजनिक मंचों पर सदैव हमलावर रहने वाले संघ नेताओं का राहुल की भारत जोड़ो यात्रा पर रुख क्यों बदल गया है? श्री रामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के महासचिव चंपत राय और ट्रस्ट के कोषाध्यक्ष गोविंद देव गिरि ने इस यात्रा को स्वागत योग्य बताते हुए राहुल की प्रशंसा की है। रामलला मंदिर के मुख्य पुजारी सत्येंद्र दास ने राहुल को पत्र लिख कर उनकी भारत जोड़ो यात्रा की सराहना करते उन्हें अपनी शुभकामनाएं दी है। वहीं भाजपा की बागी साध्वी उमा भारती ने भी खुल कर कहा कि भगवान राम और हनुमान जी की भक्ति भाजपा का कॉपीराइट नहीं है। संघ ने एक तरह से स्पष्ट कर दिया है कि संघ का मूल एजेंडा ’सर्वजन हिताय सर्वजन सुखाय’ का ही है, यानी जो भी नेता हिंदू हित व देश हित की बात करेगा, संघ और उनके आनुशांगिक संगठनों का समर्थन उन्हें अवश्य मिलेगा।
Posted on 08 January 2023 by admin
2023 में होने वाले 9 विधानसभा चुनावों (मध्य प्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़, कर्नाटक, तेलांगना, मिजोरम, मेघालय, नगालैंड और त्रिपुरा) तथा 2024 के आम चुनाव में भाजपा एक बड़ा दांव विस्तारकों पर लगाने जा रही है। पिछले साल संपन्न हुए गुजरात विधानसभा चुनाव में गुजरात प्रदेश अध्यक्ष सीआर पाटिल ने इसका सबसे सफल प्रयोग करके दिखाया। पाटिल की रणनीतियों से ही प्रेरित होकर भाजपा इन 9 राज्यों के आसन्न चुनावों के लिए प्रेरणा ले रही है। जिसके तहत हर विधानसभा में एक विस्तारक की निुयक्ति की जा रही है, ये विस्तारक पार्टी के पूर्व सांसद या विधायक या पार्टी के सीनियर पदाधिकारी हो सकते हैं, उक्त सीट को जिताने का जिम्मा भी विस्तारक का ही होगा। पार्टी देशभर में विस्तारकों की एक बड़ी फौज खड़ी कर रही है, इससे पार्टी की संघ के ऊपर निर्भरता भी कम होगी और ये विस्तारक ही पार्टी के लिए आंख, कान व नाक साबित हो रहे हैं।
Posted on 08 January 2023 by admin
मध्य प्रदेश के नए नवेले कांग्रेस इंचार्ज जेपी अग्रवाल बस हवा-हवाई साबित हो रहे हैं, क्योंकि राज्य में अब भी पुराने इंचार्ज मुकुल वासनिक का जलवा बरकरार है। चुनाव में टिकट चाहने वाले कांग्रेसी नेताओं की रेलमपेल की मुकुल वासनिक के खासमखास सीपी मित्तल के यहां हो रही है। वैसे भी वासनिक का पार्टी के पार्लियामेंट्री बोर्ड में दबदबा है सो, टिकटार्थियों को भलीभांति इस बात का इल्म है कि उनके टिकट आखिरकार कहां से फाइनल होने हैं?
Posted on 08 January 2023 by admin
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सुशील कुमार शिंदे कांग्रेस के स्थापना दिवस 28 दिसंबर को इतने भावुक हो गए कि उन्होंने उसी दिन राजनीति से संन्यास लेने की घोषणा कर दी। सूत्रों की मानें तो शिंदे पार्टी हाईकमान से पिछले कुछ समय से बेहद खफा-खफा चल रहे थे। शिंदे को काफी वक्त से यह आस थी कि गांधी परिवार उन्हें पार्टी में कोई महती भूमिका देगा। दो वर्ष पहले भी उनका नाम कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए चला था, क्योंकि वे राहुल गांधी के बेहद करीबी माने जाते थे। इस बार भी अध्यक्ष पद की दौड़ में एक और दलित नेता मल्लिकार्जुन खड़गे बाजी मार गए, क्योंकि गांधी परिवार को भी कर्नाटक का आने वाला विधानसभा चुनाव दिख रहा था। इस दफे जब महाराष्ट्र से राहुल गांधी की यात्रा निकल रही थी तो शिंदे राहुल को चंद्रपुर ले जाना चाहते थे और उनके हाथों से बाबा साहेब आंबेडकर की एक भीमकाय प्रतिमा का अनावरण करवाना चाहते थे। राहुल भी इसके लिए तैयार थे, पर ऐन वक्त शिंदे विरोधियों ने राहुल के कान भर दिए और राहुल की यात्रा प्रतिमा की बगल से गुजर गई पर राहुल ने प्रतिमा का अनावरण किया ही नहीं। अब जाकर इस 26 जनवरी को चंद्रपुर के स्थानीय नेतागण (जिसमें भाजपा के नेतागण भी शामिल हैं) इस मूर्ति का अनावरण कर रहे हैं। वैसे भी शिंदे को कांग्रेस के चिंतन शिविर में भी नहीं बुलाया गया था, शिंदे को लगा कि चलो अब बहुत हुआ और उन्होंने घर बैठना ही ठीक समझा।
Posted on 08 January 2023 by admin
केरल में मुख्यमंत्री पिन्नई विजयन और वहां के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान के दरम्यान कटुता बढ़ती ही जा रही है। पिछले दिनों क्रिसमस के मौके पर राज्यपाल खान ने राजभवन में एक शानदार पार्टी आयोजित की, उस पार्टी में बकायदा मुख्यमंत्री समेत राज्य के अन्य प्रमुख नेताओं को भी न्यौता भेजा गया था। पर राज्यपाल की पार्टी में न तो मुख्यमंत्री आए और न ही राज्य की प्रमुख विपक्षी पार्टी कांग्रेस का ही कोई नेता शामिल हुआ। जबकि राजभवन की ओर से कांग्रेस नेता वीडी सतीशन को खास न्यौता भेजा गया था, पर वे भी नहीं आए, न ही विजयन सरकार का कोई मंत्री ही राज्यपाल की दावत में शामिल हुआ। उल्टे विजयन ने केरल टूरिज्म के अंतर्गत आने वाले मेस्कॉट होटल में अपनी क्रिसमस पार्टी रख दी, जिसमें राज्यपाल को बुलाया ही नहीं गया। इस पार्टी में कांग्रेस समेत कई दलों के नेता शामिल रहे, जो कि राज्यपाल को आइना दिखाने के लिए काफी था, यानी राजकाज में गवर्नर का अनावश्यक दखल न तो राज्य का सत्ताधारी दल पसंद कर रहा है और न ही विपक्षी कांग्रेस को ही राज्यपाल का यह अंदाजेबयां रास आ रहा है।
Posted on 08 January 2023 by admin
बिहार कांग्रेस के नवनियुक्त अध्यक्ष अखिलेश सिंह ने इस 5 जनवरी से दिग्विजय सिंह के ननिहाल से प्रारंभ होने वाली यात्रा को हरी झंडी दिखाने के लिए कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष खड़गे को बिहार आमंत्रित किया है। पर इस पर खड़गे ने अभी हामी नहीं भरी है। खड़गे ने अपने एक सलाहकार राज्यसभा सांसद सैय्यद नासिर हुसैन से इस बारे में राय मांगी है। काफी मशक्कत के बाद हुसैन इस राय पर पहुंचे है कि ’कम से कम अपनी पहली यात्रा में कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष को बिहार या यूपी जैसे राज्यों में नहीं जाना चाहिए, क्योंकि इन राज्यों में पार्टी का कैडर बेहद कमजोर है,’ सो खड़गे के लिए वहां भीड़ जुटानी एक कठिन चुनौती होगी। हुसैन ने बिहार की स्थानीय कांग्रेस इकाई से भी राय मांगी थी, उसके बाद ही वे इस नतीजे पर पहुंचे कि खड़गे को बिहार नहीं जाना चाहिए, हुसैन ने अपनी राय से अध्यक्ष को अवगत करा दिया है, जिन्हें इस बारे में अपना अंतिम फैसला लेना है।
Posted on 08 January 2023 by admin
एक बड़े राष्ट्रीय अंग्रेजी दैनिक और उनके भाषाई संस्करणों पर, तथा दक्षिण भारत के एक सबसे प्रतिष्ठित माने जाने वाले अंग्रेजी अखबार पर गौतम अडानी का कब्जा होने वाला है। दक्षिण भारत का यह अखबार एन राम और मालिनी पार्थसारथी की आपसी जंग की भेंट चढ़ सकता है। सूत्र बताते हैं कि पिछले कुछ समय से मालिनी गौतम अडानी के निरंतर संपर्क में बताई जाती हैं। रही बात उस बड़े अंग्रेजी दैनिक समूह की तो यह तो दो भाईयों की आपसी जंग में उलझ गया है। इस अखबार समूह के स्वामित्व वाले दोनों भाईयों की आपसी लड़ाई ने अब बंटवारे की शक्ल अख्तियार कर ली है। सूत्रों की मानें तो भाईयों ने तय किया है कि ’अखबार को बेच दिया जाए, और डिजिटल और चैनल का आपस में बंटवारा हो जाए।’ वैसे भी दोनों भाईयों की राय में प्रिंट केवल सरकार को खुश रखने का उपक्रम है, इससे पैसा बनाना मुश्किल कार्य है।
Posted on 08 January 2023 by admin
गुजरात चुनाव में अपनी दमदार उपस्थिति दर्ज कराने के बाद आम आदमी पार्टी का अगला निशाना मध्य प्रदेश या फिर राजस्थान हो सकता है। केजरीवाल की रणनीति 2029 तक साल दर साल एक राज्य में आप का व्यापक जनाधार तैयार करने की है, आप का फोकस उन राज्यों पर ज्यादा है जहां वह कांग्रेस को रिप्लेस कर सके। लगता है भाजपा के ’कांग्रेस मुक्त भारत’ के एजेंडे को केजरीवाल ने आत्मसात कर लिया है, जाहिर है उनके इस अभियान में कहीं न कहीं उन्हें भगवा आस्थाओं का सहारा भी मिल रहा है।
Posted on 26 December 2022 by admin
राहुल गांधी के लिए बिहार आज भी सबसे बड़ी अग्नि परीक्षा बना हुआ है। बिहार के कांग्रेस संगठन में व्यापक फेरबदल के बावजूद पार्टी का ग्राफ वहां अब भी उठ नहीं पा रहा। बिहार कांग्रेस के बड़े नेताओं की वफादारी अपने पार्टी हाईकमान से कहीं ज्यादा नीतीश या लालू के प्रति है। बिहार के कांग्रेस प्रभारी भक्त चरण दास जहां ‘नीतीश भक्त’ बताए जाते हैं, वहीं वहां के नवनियुक्त प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश सिंह जाहिरा तौर पर लालू-तेजस्वी के ज्यादा प्यारे हैं। अभी गरीब दास के तौर पर बिहार यूथ कांग्रेस को नया अध्यक्ष मिला है, उनकी निष्ठा भी लालू-तेजस्वी के साथ बताई जाती है। बिहार से पार्टी हाईकमान को लगातार यह शिकायतें मिल रही है कि संगठन में विभिन्न पदों के लिए बोली लग रही है। जिला अध्यक्ष, प्रखंड अध्यक्ष बनाने के नाम पर पैसे मांगे जा रहे हैं। राज्य में पार्टी को मजबूत करने के नाम पर एआईसीसी मेंबर से 25 हजार, पूर्व विधायकों से 60 हजार, विधायक से 1 लाख और मंत्रियों से 10 लाख रुपयों का डिमांड हो रही है, हाईकमान भी ऐसी खबरों पर हैरान-परेशान हैं, पर वहां से भी कोई एक्शन होता नहीं दिख रहा।