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Posted on 01 August 2012 by admin
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Comments Off on (English) Who will head the CBI next?
Posted on 25 July 2012 by admin
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Comments Off on (English) What are Pawar’s intentions?
Posted on 15 July 2012 by admin
बतौर पार्टी कांग्रेस की भाव-भंगिमाएं यहां तक कि स्वयं प्रधानमंत्री के बयान दबे-छुपे तौर पर इस बात की ओर इशारा करते हैं कि देश में बढ़ती महंगाई और गिरते विकास दर के एकमात्र दोषी जैसे प्रणब दा ही हों। तो क्या पी.चिदंबरम के कोलकाता में दिए इस बयान को कि ‘अब भारतीय अर्थव्यवस्था सही हाथों में आ गई है यानी डा. मनमोहन सिंह के हाथों में।’ तो क्या इससे यह समझा जाए कि कांग्रेस ने देश में फैली आर्थिक अराजकता का ठीकरा अपने पूर्व वित्त मंत्री प्रणब मुखर्जी के सिर फोड़ने का पूरा मन बना लिया है।
Posted on 09 July 2012 by admin
राष्ट्रपति चुनाव पर ममता बनर्जी अब भी अपने पत्ते नहीं खोल रहीं। ममता ने अपने तमाम विधायकों और सांसदों को निर्देश जारी कर कहा है कि वे सभी राष्ट्रपति चुनाव से तीन दिन पूर्व से कोलकाता में बने रहेंगे। ममता से जुड़े सूत्र बताते हैं कि तृणमूल न तो प्रणब दा का समर्थन करेगी, न ही संगमा का। यानी पार्टी राष्ट्रपति चुनाव में खुद को अनुपस्थित रख सकती है। (एनटीआई) gossipguru.in
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Posted on 09 July 2012 by admin
एस.एम.कृष्णा के ऊपर रुखसती की तलवार लटक रही है। यूं तो उनके पास गवर्नर बनने का ऑफर आया है पर इसके लिए वे किंचित तैयार नहीं दिखते। सो, उनके लिए बीच का रास्ता निकाला जाएगा और बहुत मुमकिन है कि उन्हें कर्नाटक कांग्रेस का प्रदेश अध्यक्ष बनाकर मंत्रिमंडल से बाहर का रास्ता दिखा दिया जाए। अब सवाल अहम है कि अगर कृष्णा चलता किए जाते हैं तो विदेश मंत्रालय का जिम्मा किसे मिलेगा? विदेश मंत्रालय को लेकर दो धुरंधरों के बीच कड़ी प्रतिस्पध्र्दा है। ये धुरंधर हैं आनंद शर्मा और सलमान खुर्शीद। आनंद शर्मा की पिछले काफी समय से विदेश मंत्रालय पर नजर है। क्योंकि इनका ससुराल साऊथ अफ्रीका में है, पत्नी लंदन में रहती हैं और शर्मा जी को हिंदुस्तां के मुकाबले बाहर की आबोहवा ज्यादा रास आती है। सलमान खुर्शीद ने बतौर कानून मंत्री खुद को ‘प्रूव’ किया है। सो, वे भी इनाम चाहते हैं। नफीस अंग्रेजी बोलते हैं, मुस्लिम हैं, जेंटलमैन पहनावा-ओढ़ावा है। सो, वे खुद को एक आदर्श विदेश मंत्री के तौर पर पेश कर रहे हैं। कांग्रेसी सर्वशक्तिमान अहमद पटेल और उनके खेमे ने एक शिगूफा जोर का उछाला हुआ है कि इस दफे दिल्ली की मुख्यमंत्री शीला दीक्षित को भी केंद्रीय मंत्रिमंडल में शामिल कराया जा सकता है। पर कांग्रेस अब तलक दिल्ली में श्रीमती दीक्षित का विकल्प नहीं ढूंढ पाई है। सो, ऐसे में उन्हें यहां से चलता करना इतना आसान नहीं होगा।
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Posted on 02 July 2012 by admin
अबू जिंदाल को लेकर हमारी खुफिया एजेंसियां जो उछल-कूद मचा रही हैं वह बिलावजह है। क्योंकि अबू को पकड़वाने का सारा श्रेय अमरीकी खुफिया एजेंसियों को जाता है। महाराष्ट्र के बीड जिले के अबू जिंदाल उर्फ जकीउद्दीन अंसारी 2006 में अपने पाकिस्तानी आकाओं के पास पड़ोसी मुल्क भाग गया था। 2611 को अंजाम देने के बाद पाक ने अबू को पहले बांग्लादेश भेजा फिर कुछ समय बाद वहां से सऊदी अरब भेज दिया गया। सऊदी अरब इसीलिए कि वहां 13 लाख भारतीय मूल के लोगों की आबादी है। लिहाजा उनके बीच घुले-मिले अबू जिंदाल को ढूंढना इतना आसान नहीं था।
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Posted on 02 July 2012 by admin
सियासी नेपथ्य की सुगबुगाहटों के बीच भारतीय राजनीति के मुख्य रंगमंच पर प्रतिनायक की भूमिका में अवतरित होने वाले गडकरी करीबी अंशुमान मिश्र अपने लिए सियासत की नई जमीन तलाश करने में जुटे हैं। तभी तो गडकरी पुत्र सारंग के विवाह समारोह में शामिल होने के लिए वे खास तौर पर भारत आते हैं मुंबई उतरते ही उध्दव ठाकरे और उनकी पत्नी से मिलते हैं, अरुण जेटली को सुलहनामा की शक्ल में एक ईमेल भेजते हैं, कर्नाटक के राजभवन में ठहरते हैं और वहां से येदुरप्पा की प्रणब बाबू से बात करते हैं। फिर उद्योगपति गौतम अदानी के 50वें जन्मदिवस समारोह में शामिल होने के लिए अहमदाबाद पहुंचते हैं और अपने तार मोदी से जोड़ने का यत्न करते हैं। यानी मिश्र वो सब कुछ कर रहे हैं जो करने की वे कूवत रखते हैं। और भारतीय सियासत भी जिन बातों की अब आदी हो चुकी है।
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Posted on 25 June 2012 by admin
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Comments Off on (English) Lessons in management
Posted on 18 June 2012 by admin
अगर आपको अरब की रॉयल फैमिली से मिलना हो या रूसी अरबपतियों से तो लंदन का ‘ट्राम्स’ मौजूद है न! यहां आपको भारत के एक केंद्रीय कांग्रेसी कैबिनेट मंत्री भी अक्सर दिख जाएंगे। यहां आपको 2जी आरोपियों के कई रिश्तेदार भी नियमित तौर पर मिलेंगे। मसलन, विनोद गोयनका का बेटा जय गोयनका, जय के चचेरे भाई, ललित मोदी का बेटा रूचिर और बेटी आलिया, नेस वाडिया और मोहित बर्मन। अरबपतियों में इस क्लब की मेंबरशिप लेने की होड़ मची रहती है और आमतौर पर ऐसे धनाढय अपनी मेंबरशिप अपनी अगली पीढ़ी को ट्रांसफर कर देते हैं। ऐसे में कांग्रेस कोटे के एक केंद्रीय कैबिनेट मंत्री की इस क्लब की मेंबरशिप पाने की ख्वाहिश को अन्यथा नहीं लिया जाना चाहिए।
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Posted on 18 June 2012 by admin
एक प्रमुख कारपोरेट घराने के लिए लॉबिंग करने वाले झारखंड से भाजपा के एक सांसद अपनी पत्नी और दो पुत्रों के साथ लंदन के वेस्ट फील्ड मॉल में शॉपिंग करते दिखे। सूत्रों के अनुसार उनको इस शॉपिंग में ललित मोदी और विनोद गोयनका का साथ प्राप्त था। सनद रहे कि ये वहीं सांसद हैं जिन्होंने 2जी घोटाले के खिलाफ लोकसभा में अपनी जोरदार आवाज उठाई थी। और अब 2जी अभियुक्तों का साथ उनकी इस आवाज को कौन सा नया साज मिल गया है?
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