Posted on 31 August 2013 by admin
दिल्ली विधानसभा चुनाव के परिदृश्य में कांग्रेस की ओर से जो हालिया जनमत सर्वेक्षण हुआ है उसके नतीजों से शीला दीक्षित बाग-बाग हैं। इस सर्वेंक्षण के नतीजों में कांग्रेस को 39, भाजपा को 27, बीएसपी को 1, आप को 1 तथा निर्दलीय को 2 सीट मिलने की बात कही गई है। इस सर्वेक्षण के नतीजे आते ही शीला दीक्षित कांग्रेस सुप्रीमो सोनिया गांधी से मिलने जा पहुंची। सोनिया ने शीला से जानना चाहा कि ‘क्या दिल्ली विधानसभा चुनाव के साथ ही लोकसभा चुनाव करवाने चाहिएं?’ इस पर शीला का सोनिया से कहना था ‘नहीं, एक बार हम दिल्ली जीत जाएं तो फिर लोकसभा चुनाव में कैडर में जोश रहेगा। वैसे भी अभी केंद्र सरकार की नीतियों को लेकर जनता खासी नाराा है।’
Posted on 31 August 2013 by admin
राजनाथ सिंह के साढ़ू अरूण सिंह लोकसभा का अगला चुनाव मथुरा से लड़ना चाहते हैं। इसके लिए उनका इन दिनों मथुरा आना-जाना खूब बढ़ गया है। वहीं नरेंद्र मोदी मथुरा से हेमा मालिनी को मैदान में उतारना चाहते हैं। पर अरूण सिंह की उम्मीदवारी को भाजपा के एक और हैवीवेट नेता अरूण जेटली का पूरा साथ हासिल है। समझा जाता है कि ये दोनों नेता सप्ताह में एक बार लंच या डिनर पर जरूर मिलते हैं। अरूण जेटली और राजनाथ सिंह के दरम्यान उनके संबंधों को बेहतर बनाने में अरूण सिंह की एक महती भूमिका मानी जाती है।
Posted on 26 August 2013 by admin
जदयू और कांग्रेस भले ही बिहार में साथ-साथ चुनाव न लड़ें, पर उनमें आपस में अच्छी सियासी खिचड़ी पक रही है, कांग्रेस जदयू पर एक और मेहरबानी करने जा रही है, जदयू के एक प्रमुख नेता के.सी.त्यागी को उद्योग मंत्रालय के स्टैंडिंग कमेटी का चैयरमैन बनाने की तैयारी है, पहले यह पद डीएमके के शिवा के पास था।
Posted on 17 August 2013 by admin
किश्तवाड़ की घटनाओं पर प्रमुख विपक्षी दल भाजपा की इस कदर मुस्तैदी काम आई और अलगाववादियों के वे मंसूबे धरे के धरे रह गए जिसके तहत सुनियोजित तरीके से वहां दंगे की आड़ में वे हिंदुओं को कश्मीर निकाला का ख्वाब देख रहे थे। ऐसा ही कुछ कश्मीर में सन् 2000 के दंगों के दौरान हो चुका था, जब बड़ी तादाद में कश्मीरी पंडितों को एक साजिश के तहत कश्मीर से निकलवा दिया गया था। सूत्र बताते हैं कि खुफिया रिपोर्ट में इस बार यह अंदेशा जताया गया था कि उमर सरकार के कई मंत्री सीधे अलगाववादियों के संपर्क में हैं और उनकी पूरी योजना सीमर्ावत्ती क्षेत्रों से हिंदू परिवारों को वहां से विस्थापित करने की है। पर समय रहते यह खबर भाजपा के शीर्ष नेताओं को लग गई। खबर मिलते ही भाजपाध्यक्ष राजनाथ सिंह ने सीधे प्रधानमंत्री से बात कर ली, अरूण जेतली जम्मू जा पहुंचे, सुषमा स्वराज ने यह मामला संसद में उठा दिया, नरेंद्र मोदी ने सार्वजनिक मंचों पर यह बात जोर-शोर से उठायी यानी हिंदुस्तान एक बड़ी साजिश का शिकार होने से बच गया।
Posted on 10 August 2013 by admin
गरीबी की एक नई व्याख्या देने के बाद आखिरकार कांग्रेस के देदीप्यमान नक्षत्र राहुल गांधी कहां विलुप्त हो गए? सूत्र बताते हैं कि उसके बाद उन्होंने लंदन की फ्लाइट पकड़ ली, लंदन जहां अमीरी भी महज एक ‘स्टेट ऑफ माइंड’ है, धन जहां स्तुति तुल्य है और समृध्दि मोक्ष की परिचायक।
Posted on 10 August 2013 by admin
अरविंद केजरीवाल को दिल्ली में मात देने के लिए भाजपा ने ‘आप’ से टूटकर ‘बाप’ (भारतीय आम आदमी परिवार) को अंदरखाने से समर्थन देना जारी रखा हुआ है। ‘बाप’ की ओर से दावा किया गया है कि वह तीन महीने के अंदर ‘आप’ यानी ‘आम आदमी पार्टी’ की पोल खोल देगा। ऐसे में केजरीवाल ने अपने खास मित्र व ‘आप’ की राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य योगेन्द्र यादव को इस बात के लिए अधिकृत किया है कि वह ‘बाप’ से बात कर इस मामले को जल्दी से निपटाएं। ‘बाप’ के लोगों को आपत्ति है कि केजरीवाल आंदोलन के दिनों के अपने पुराने साथियों की अवहेलना कर उनकी जगह कांग्रेस, भाजपा, बसपा व एनसीपी जैसे दलों से पार्टी में आए लोगों को टिकट बांट रहे हैं। मिसाल के तौर पर वे कांग्रेस से आए भीम सिंह का नाम लेते हैं, जिन्हें सीमापुरी से, और जसवंत सिंह को कोंडली से ‘आप’ के संभावित उम्मीदवारों की सूची में जगह दी गई है। वहीं भाजपा के पूर्व कोषाध्यक्ष और मंडल उपाध्यक्ष रह चुके किशोरीलाल धनक को त्रिलोकपुरी से ‘आप’ की टिकट देने की बात चल रही है। ऐसे में भाजपा ‘आप’ असंतुष्टों को अंदरखाने से पूरी मदद कर रही है क्योंकि पार्टी को लगता है कि केजरीवाल उनके ही वोटबैंक में सेंध लगा रहे हैं।
Posted on 05 August 2013 by admin
कहते हैं इश्क व मुश्क छुपाए नहीं छुपते, कांग्रेस के एक बड़े और बड़बोले नेता के साथ भी ऐसा ही है। वे एक बड़े प्रदेश के मुख्यमंत्री भी रह चुके हैं, अपने मुख्यमंत्रित्व काल में इनका दिल एक एंग्लो इंडियन महिला पर आ गया। इस एंग्लो इंडियन युवती की मां श्रीमती इंदिरा गांधी की गवनर्ेंस रह चुकी हैं। तत्कालीन कांग्रेसी मुख्यमंत्री साहब को बखूबी इस बात का इल्म था कि यह एंग्लो इंडियन युवती शादी-शुदा है, पर दिल तो बच्चा है जी, वे अपने इश्क के तूफां को कहां रोक पाए और उन्होंने उस युवती को एंग्लो इंडियन कोटे से विधान परिषद में नॉमिनेट कर दिया और युवती के वकील पति को राज्य का एटॉर्नी जनरल नियुक्त कर दिया। आज की तारीख में वह युवती जो अब एक परिपक्व महिला हो चुकी है अपने पति और बेटी के साथ दिल्ली से सटे नोएडा में रहती है। पति और बेटी दोनों ही सुप्रीम कोर्ट में वकालत करते हैं। नेताजी अब भी इस महिला के निरंतर संपर्क में हैं, पर जब मियां-बीवी रााी तो क्या करेगा कााी। समझा जाता है कि इस राजनेता के देश के तीन शीर्ष उद्योगपतियों की कंपनियों में 100 करोड़ से ज्यादा का निवेश है।
Posted on 29 July 2013 by admin
1990 बैच की एक आइएएस अफसर अनिता सिंह की अखिलेश राज में सबसे ज्यादा तूती बोलती है, वह भी इस कदर कि वह मुख्यमंत्री को भी अपने फैसले बदलने को मजबूर कर देती हैं। जैसे इसी मार्च में अखिेलेश ने अपने एक चहेते अधिकारी संजय अग्रवाल को अपना प्रमुख सचिव बनाने के लिए फरमान जारी किया, पर मैडम अनिता सिंह अड़ गईं नतीजन 24 घंटे के अंदर-अंदर सीएम को अपना आदेश वापिस लेना पड़ा। अनिता सपा सुप्रीमो मुलायम सिंह की सबसे करीबी और भरोसेमंद अफसरों में शुमार होती हैं। वह यूपी सचिवालय के पंचम तल के उसी कमरे में बैठा करती हैं, जिसमें कभी मायावती के बेहद लाडले शशांक शेखर सिंह बैठा करते थे। मैडम सिंह से मिलने के लिए अखिलेश के मंत्रियों को दो-दो घंटे तक इंतजार करना होता है, हालांकि मैडम के पास आधिकारिक रूप से प्रशासनिक सुधार, आवास व नागर विमानन जैसे विभाग हैं, पर अघोषित रूप से सीएम के तमाम महत्तवपूर्ण फाइलों पर उनकी सहमति लेनी जरूरी है, क्योंकि उनके मार्फत ही मुलायम अखिलेश की सरकार के बेहद महत्त्वपूर्ण फैसलों में शामिल रहते हैं, यह बात अब यूपी सरकार में शामिल हर कोई जान गया है।
Posted on 21 July 2013 by admin
बिहार में कांग्रेस को लेकर लालू प्रसाद ने अपनी रणनीति बदल ली है, अब वे कांग्रेस और कांग्रेसी नेताओं को पर्याप्त भाव दे रहे हैं। लालू जानते हैं कि कांग्रेसी युवराज राहुल गांधी उन्हें इस कदर पसंद नहीं करते, सो उन्होंने अहमद पटेल के मार्फत सीधे सोनिया से तार जोड़ रखे हैं। लालू 2014 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस व रामविलास के साथ 2004 के पैटर्न पर ही चुनाव पूर्व गठबंधन बनाना चाहते हैं और इस दफे सीटों के बंटवारे में कांग्रेस को पहले से कहीं ज्यादा सीटें देने को भी रााी हैं। बस लालू ने कांग्रेसी नेताओं से कहा है कि वे मजबूत उम्मीदवार लेकर आए। लालू ने तय किया है कि इस दफे वे स्वयं लोकसभा का चुनाव नहीं लड़ेंगे और ना ही राबड़ी चुनावी मैदान में उतरेंगी। बजाए इसके वह और राबड़ी घूम-घूम कर अपने प्रत्याशियों के पक्ष में चुनावी सभा करेंगे। लालू शरद यादव से खासे नाराा हैं, लिहााा इस दफे मधेपुरा से उनको हराने का पक्का बंदोबस्त करना चाहते हैं, मधेपुरा लोकसभा की एक ऐसी सीट है जहां चार लाख के आस-पास यादव वोटर हैं, इसीलिए इस दफे वे मधेपुरा से अपनी बड़ी बेटी मीसा भारती को लड़ाना चाहते हैं। सारण पर चूंकि राजीव प्रताप रूढ़ी की नार है चुनांचे उस सीट से लालू अपने क्रिकेटर पुत्र तेजस्वी प्रताप को चुनावी मैदान में उतारना चाहते हैं।
Posted on 14 July 2013 by admin
भारत सरकार का पर्यटन मंत्रालय कौन चला रहा है? मंत्री चिरंजीवी या मंत्रालय के सचिव और जम्मू-कश्मीर कैडर के एक तेज-तर्रार आइएएस अफसर परवो दीवान? दीवान को पूर्व पर्यटन मंत्री सुबोधकांत सहाय लेकर आए थे। दीवान ना सिर्फ एक अच्छे नौकरशाह हैं, बल्कि एक माने हुए ज्योतिषी भी हैं। उन्होंने पूर्व में अपने मंत्री सहाय के बारे में कई सटीक भविष्यवाणियां की थीं। चिरंजीवी को भी उन्होंने बता दिया है कि उनके राजनैतिक प्रादुर्भाव के लिए उनका दिल्ली की बजाए हैदराबाद में बने रहना ज्यादा मुफीद रहेगा। बिचारे मंत्री जी, वे तो दिल्ली आने के नाम से भी घबराते हैं, चुनांचे मंत्रालय के तमाम बड़े फैसले सचिव महोदय ही कर लिया करते हैं।