Posted on 05 May 2010 by admin
समझा जाता है कि आईपीएल विवाद में इतनी भद्द पिटने से पीएम भी नाराज हैं और सोनिया भी, सो पीएम ने अपने घर बुलाकर प्रफुल्ल पटेल को क्या खूब डांट पिलाई। विश्वस्त सूत्र बताते हैं कि पीएम ने प्रफुल्ल से साफ-साफ कह दिया है या तो ललित मोदी का इस्तीफा लेकर आओ या फिर अपना इस्तीफा देकर जाओ। सो, मामला गरम है और मोदी पर शिकंजा कसने के लिए छापों की नई स्कीम भी तैयार है।
Posted on 26 April 2010 by admin
आखिर शशि थरूर में ऐसा क्या है जो वे गांधी परिवार के इतने दुलारे हैं? विश्वस्त सूत्र बताते हैं कि जब एक वक्त वोल्कर रिपोर्ट में कांग्रेस अध्यक्षा का नाम आ गया था तो उस फाइल को ठिकाने लगाने के लिए थरूर ने अपने यूएन कनेक्शन का भरपूर इस्तेमाल किया था और यूएन में अपने ऊंचे रसूखों का इस्तेमाल करते हुए उन्हाेंने वह फाइल ‘हाइएस्ट क्लासीफाइड फाइल’ में डलवा दी थी यानी अब वह फाइल ठंडे बस्ते से तब ही बाहर आ सकती है जब तक कि संयुक्त राष्ट्र के महासचिव ही ऐसा न चाहें। इतने बड़े काम का एक छोटा सा अभयदान ज्यादा है क्या?
Posted on 22 April 2010 by admin
लगता है शरद पवार और प्रफुल्ल पटेल का दवाब रंग लाया है, कोच्चि की आईपीएल टीम उनके वर्तमान फे्रंचाइची ‘रौंदेवू’ से छिन सकती है, और अब यह थर्ड पार्टी यानी वेणुगोपाल धूत के पास जा सकती है। धूत कौन? अरे जनाब वीडियोकॉन!
Posted on 04 April 2010 by admin
दिल्ली का प्रदेश अध्यक्ष कौन बनें इसके लिए गडकरी साहब को खासी मशक्कत करनी पड़ रही है, एक अनार और सौ बीमार की तर्ज पर पद चाहने वाले नेताओं की लिस्ट काफी लंबी है। गडकरी के शॉर्ट लिस्ट करने के बाद अब भी लिस्ट में कोई 30 नाम शामिल हैं। एक-एक उम्मीदवार को बुला बुला कर इंटरव्यू किया जा रहा है भाजपा के यह नए मैनेजमेंट गुरू। फिलवक्त तो विजय जौली का नाम सबसे आगे चल रहा है, जौली के नाम को अडवानी, विजय गोयल,आरती मेहरा व विजेंद्र गुप्ता का समर्थन प्राप्त है। अगर सिर्फ प्रोफेसर विजय कुमार मल्होत्रा की हामी मिल जाए तो जौली का नंबर लग सकता है। शीला दीक्षित के खिलाफ पिछला विधानसभा चुनाव लड़ते वक्त जौली खूब नाचे थे, अब पार्टी जनों को नचाने की डोर उनके हाथ लग सकती है।
Posted on 16 March 2010 by admin
राजधानी दिल्ली में हर तरफ लगे एक होर्डिंग्स ने भाजपा का जायका बिगाड़ दिया है, इस विज्ञापन अभियान में एक अखबार समूह ने राहुल गांधी को महात्मा गांधी के साथ बैठे दिखाया है और पंचलाइन दिया है कि कैसे इतिहास बदलता है, भाजपा का दावा है कि अखबार समूह का यह पूरा विज्ञापन अभियान कांग्रेस प्रायोजित है और यह एक ‘पेड कैंपेन’ है।
Posted on 07 March 2010 by admin
नए सांगठनिक फेरबदल की तहत अब भाजपा में राज्यों के प्रभारी नहीं हुआ करेंगे, क्षेत्रीय संगठन मंत्री के पद को खत्म करने पर भी विचार चल रहा है। राज्यों की प्रभारी की जगह पार्टी के राष्ट्रीय महासचिवों को राज्यों का प्रभार सौंपने पर विचार हो रहा है।
Posted on 07 February 2010 by admin
सपा में अब अमर सिंह के लिखे उस पत्र की पड़ताल भी शुरू हो गई है, जो पत्र उन्होंने लोकसभा चुनावों के नतीजे आने के बाद सोनिया गांधी को लिखा था, और जिसमें उन्होंने इन चुनावों में कांग्रेस और सपा में समझौता टूटने का सारा ठीकरा प्रोफेसर रामगोपाल यादव के मत्थे दे मारा था। उन्होंने इस पत्र में यह भी लिखा था कि फरूर्खाबाद और प्रतापगढ़ की सीटों को लेकर रामगोपाल ने विश्वासघात किया है। वहीं अमर सिंह के खिलाफ कानपुर में दायर केस में भी मुलायम परिवार की दिलचस्पी बढ़ी है जब छह सौ से ज्यादा कंपनियों का विलय अमर ने अपनी मूल कंपनी में कर दिया, मुलायम परिवार लगातार यह सवाल उठा रहा है कि अमर बताएं कि उनके पास चंदे में इतना पैसा आया कहां से और जो चंदा आया वह गया कहां?
Posted on 29 January 2010 by admin
कांग्रेसी शासन काल में तो पूर्व नौकरशाहों, आर्मी के रिटायर्ड अफसरों और खुफिया विभाग से सेवा निवृत्त अफसरों की मौज है। आईबी के पूर्व मुखिया ई.एल.नरसिम्हन के पास आंध्र जैसे बड़े राज्य का जिम्मा आ गया है। यूपी के गवर्नर राजेश्वर राव ‘रॉ’ की नौकरी से रिटायर हुए हैं, सरदार जे.जे.सिंह आर्मी से सेवा निवृत्त हैं, तो नगालैंड के गवर्नर निखिल कुमार पुलिस की नौकरी से रिटायर हुए हैं और सिक्किम के गवर्नर बी.पी.सिंह पूर्व नौकरशाह हैं जो भारत सरकार में गृह और संस्कृति सचिव का अहम जिम्मा निभा चुके हैं। शेखर दत्त भी एक पूर्व नौकरशाह हैं।
Posted on 23 January 2010 by admin
भाजपा ने भले ही किरण बेदी के पक्ष में अपनी जोरदार लॉबिंग की हो, आमिर खान सहित कई बड़े फिल्मे सितारे और कई समाजसेवियों ने भी किरण बेदी के लिए खूब अलख जगाया, पर केंद्र सरकार के मन में कुछ और ही चल रहा है, सेंट्रल इंर्फोमेशन कमिश्नर बनाने के लिए सरकार जिस नाम पर गंभीरतापूर्वक विचार कर रही है वह इसी विभाग में प्रभारी ए.एन.तिवारी हैं, और तिवारी का अगला कमिश्नर बनना लगभग तय माना जा रहा है।
Posted on 23 December 2009 by admin
अगर सब कुछ योजनाबध्द तौर पर चला तो गोपीनाथ मुंडे को लोकसभा में उपनेता विपक्ष के पद से नवाजा जा सकता है, क्योंकि गडकरी, सुषमा व जेतली तीनों ही ब्राह्मण नेता हैं सो मुंडे के तौर पर भाजपा अपने पिछड़े नेतृत्व को उभारना चाहेगी, पर अडवानी अभी भी इस पद के लिए अपने भरोसेमंद सेवक अनंत कुमार को ही सबसे अनुकूल बताते हैं। अब चूंकि जसवंत सिंह ने पीएसी का अध्यक्ष पद छोड़ दिया है सो यशवंत सिन्हा ने अपनी नजरें इस पद पर टिका रखी है। वैसे भी पार्टी ने झारखंड में सिन्हा की जगह अर्जुन मुंडा को तरजीह देने का मन बना लिया है सो ऐसे में सिन्हा की कुछ तो सुनेंगे। नहीं तो सुषमा स्वराज द्वारा रिक्त की जा रही विदेश मंत्रालय कमेटी की अध्यक्षीय कुर्सी भी सिन्हा को ऑफर की जा सकती है।