मोदी मंत्रिमंडल का विस्तार |
June 01 2014 |
समझा जाता है कि दस जुलाई को मोदी अपने मंत्रिमंडल का पहला विस्तार कर सकते हैं, कोई 15 मंत्री और बनाए जा सकते हैं, जिनमें 4 कैबिनेट और 11 राज्यमंत्री हो सकते हैं, क्योंकि इससे पूर्व पार्टी के बड़े नेता अपने पुत्र-पुत्रियों को मंत्री बनाने के लिए जबर्दस्त लॉबिंग कर रहे थे। सबसे बड़ी लॉबिंग तो राजस्थान में 25-0 से जीत दिलाने वाली राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे की थी जो अपने पुत्र दुष्यंत के लिए मोदी मंत्रिमंडल में जगह चाहती थीं, पर जहां तक प्रधानमंत्री मोदी की बात है वे वंशवाद राजनीति के सख्त खिलाफ हैं। सो वे आख़िरी वक्त तक वसुंधरा से यही कहते रहे कि दुष्यंत के सिवाए कोई और नाम भेजें, पर वसुंधरा अंत-अंत तक अड़ी रहीं। उसी तरह यशवंत सिन्हा अपने फॉरेन रिटर्न पुत्र जयंत सिन्हा के लिए पैरवी कर रहे थे, रमण सिंह अपने पुत्र के लिए लॉबिंग कर रहे थे, दिवंगत प्रमोद महाजन की पुत्री पूनम महाजन अपने लिए संघ के बड़े नेताओं से पैरवी करा रही थीं। दिवंगत साहिब सिंह वर्मा के पुत्र प्रवेश वर्मा के भी अपने दावे थे, संघ की ओर से वरुण गांधी का भी नाम आया, धूमल के पुत्र अनुराग ठाकुर का नाम भी चल रहा था, पर मोदी ने बेहद साफगोई दिखाते हुए पहले ही स्पष्ट कर दिया था कि वे किसी भी नेता पुत्र-पुत्री को मंत्री बनाना पसंद नहीं करेंगे और वे अपने इरादे से कतई भी न डिगे। अभी मोदी मंत्रिमंडल में कुल 45 मंत्री हैं, मोदी यह संख्या 60 तक ले जाना चाहते हैं। सो आने वाले दिनों में 15 भाग्यशालियों की लॉटरी निकल सकती है। |
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