भाजपा के रामबाण, रामलाल |
January 24 2018 |
नीतीश के लिए दिल्ली दूर है, पर इतनी भी दूर नहीं। सो, वे अगले ही कुछ रोज में रामलाल से मिलने दिल्ली आ पहुंचे। फिर दोनों नेताओं के बीच सारगर्भित बातचीत के दौर शुरू हुए। नीतीश चाहते थे कि लोकसभा चुनाव में भाजपा व जदयू के बीच सीटों के तालमेल को लेकर एक साफ तस्वीर बन सके। नीतीश का कहना था कि इस वक्त बिहार में 40 में से 32 सीटें एनडीए गठबंधन के पास हैं, शेष बची 8 सीटें जदयू, राजद व कांग्रेस में बंटी है। सूत्र बताते हैं कि रामलाल ने नीतीश के समक्ष स्थितियां स्पष्ट करते हुए कहा ‘जो सीटें हमारी हैं उस पर हम चुनाव लड़ेगे, जो सीटें पासवान जी की हैं वह तो उनकी सीटें हैं। उपेंद्र कुशवाहा जी भी हमारे साथ रहेंगे। जो बाकी बची 8 सीटें हम आपके लिए छोड़ सकते हैं।’ हैरान परेशान नीतीश ने रामलाल से कहा कि जदयू हमेशा से भाजपा की बिग पार्टनर रही है, चुनांचे उनके लिए उतनी सीटें छोड़ी जाए जो कम से कम एक सम्मानजनक संख्या हो। और इन 8 सीटों में भी ज्यादातर मुस्लिम बहुल्य सीटें हैं। रामलाल ने कहा कि अभी वक्त है आप उन सीटों को तैयार कर लें। अब नीतीश के पास कहने के लिए कुछ बचा नहीं था, वे अपना सा मुंह लेकर पटना लौट आए, यानी लौट के बुद्धु घर को आए। |
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