तोल-मोल के बोल |
May 14 2017 |
भारतीय जनता पार्टी के पास वाक्पटु प्रवक्ताओं की एक बड़ी फौज है, जिनके दीदार आपको अक्सर टीवी के प्राइम टाइम डिबेट में हो जाते हैं, पर कई बार ऐसा लगता है कि उत्साह के अतिरेक में वे तथ्यों से नाइंसाफी कर जाते हैं, यही बात भाजपा के दो शीर्ष पुरुषों मोदी व शाह को भी लगती है। सो, मुमकिन है कि आने वाले दिनों में कई भाजपा प्रवक्ताओं की छुट्टी हो जाए और कई नए उत्साही चेहरे भगवा तर्कों से विरोधियों को परास्त करते दिखे। पर शाह की एक परेशानी और है कि शब्दों के ये भगवा लड़ाके टीवी पर तो रोज-बरोज दिख जाते हैं पर नई दिल्ली के 11 अशोक रोड स्थित पार्टी दफ्तर में आने की वे कभी जहमत नहीं उठाते। सो, उनसे कह दिया गया है कि वे नियमित रूप से पार्टी कार्यालय में आएं, टीवी रिपोर्ट, डिजिटल व सोशल मीडिया तथा समाचार पत्रों को खंगाले एवं रोज की एक रिपोर्ट तैयार करें और इस रिपोर्ट को पार्टी हाईकमान के साथ शेयर करें। यह नई व्यवस्था अब से लागू है। |
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