रूठी-रूठी अम्मा मनाएं कैसे |
January 06 2016 |
तमिल महारानी जयललिता को लुभाने के लिए मोदी सरकार ने अपना संपूर्ण उपक्रम जारी रखा हुआ है। पिछले कुछ दिनों में कम से कम तीन केंद्रीय मंत्री जयललिता से मिलने चेन्नै जा पहुंचे। सबसे पहले अरूण जेटली जयललिता से मिले, उसके बाद नव वर्ष की बधाई देने के बहाने वेंकैया नायडू चेन्नै जा पहुंचे और वहां उनकी तमिल मुख्यमंत्री से लंबी बातचीत हुई। दरअसल तमिलनाडु के अगले विधानसभा चुनाव में भाजपा अन्नाद्रमुक से चुनावी तालमेल चाहती है। सूत्र बताते हैं कि वेंकैया ने तो जयललिता को यहां तक ’ऑफर’ दे डाला कि अगर वे भाजपा के लिए राज्य की 25 सीट भी छोड़ दें तो भगवा पार्टी अन्ना द्रमुक के साथ चुनावी तालमेल के लिए तैयार है। पर अम्मा अंदर ही अंदर मोदी सरकार से खुन्नस खाई बैठी हैं, उन्हें लगता है कि कानूनी मामलों में मोदी सरकार ने उनकी उतनी मदद नहीं की, जितना कि उनसे वायदा किया गया था। फिर केंद्र सरकार की ओर से स्वयं कानून मंत्री सदानंद गौड़ा जयललिता से मिलने चेन्नै जा पहुंचे। सूत्र बताते हैं कि गौड़ा ने अम्मा से कहा-’देखिए आपके खिलाफ जो शिकायतें हैं, और जो मामले कोर्ट में चल रहे हैं, उस पर हम कुछ भी नहीं कर सकते, हां, हम अपनी ओर से कार्यवाही की प्रक्रिया को आगे नहीं बढ़ाएंगे।’ इस पर अम्मा ने किंचित तल्खी से कहा-’फिर ठीक है हमारा आपकी पार्टी से कोई चुनावी तालमेल नहीं हो सकता है, पर हम भाजपा के लिए इतना कर सकते हैं कि कन्याकुमारी और एक दो सीटों पर हम अपने उम्मीदवार नहीं उतारेंगे, जिससे इन सीटों से भाजपा प्रत्याशियों की जीत सुनिश्चित हो सके।’ सदानंद गौड़ा भी अपना सा मुंह लेकर दिल्ली लौट आए। |
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