अमरीका का दंभ |
December 22 2013 |
भूगोल-इतिहास की अपनी कारा से मुक्त अमरीका का दंभ उसकी अस्मिता से भी कहीं ज्यादा बड़ा है। अमरीकी दादागिरी की शिकार देवयानी खोबरागड़े इसकी कोई अकेली मिसाल नहीं है, इससे पहले भी अमरीका ने 5 विभिन्न भारतीय राजनयिकों पर केस दर्ज कर रखे हैं, एक तो किसी तरह भागकर भारत आ गए पर अमरीका ने उन पर इंटरपोल का ‘लुक आउट’ नोटिस जारी करवा दिया। देवयानी को भी राहत तभी मिलेगी जब उन्हें प्रेसिडेंट से माफी मिल जाए, नहीं तो अमरीका नामधारी देश अपने कानून को सबसे ऊपर रखता है। वैसे भी देवयानी मामले को तूल देने में संगीता रिचर्ड के माता-पिता का खासा हाथ है जो नई दिल्ली स्थित अमरीकी दूतावास में काम करते हैं, इनकी शिकायत के बाद ही अमरीकी प्रशासन ने देवयानी की मेड मामले में जांच शुरू की तो पाया कि भारत सरकार द्वारा मेड को वेतन के तौर पर सिर्फ 7 हजार रुपए की रकम ही प्रस्तावित है जो अमरीकी नियमों के हिसाब से बहुत कम है। सो एक सुनियोजित तरीके से अमरीकियों ने सबसे पहले संगीता के पति और उसके बच्चों को अमरीकी वीज़ा से उपकृत कर न्यूयॉर्क पहुंचाया और उनके न्यूयॉर्क पहुंचने के एक सप्ताह बाद देवयानी पर कार्यवाही की गई। |
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