अमर चित्र कथा पार्ट-II |
August 09 2015 |
मुलायम सिंह यादव के पुराने दिनों के सखा ठाकुर अमर सिंह के सपा में पुनप्र्रवेष को खटाई में डालने के लिए प्रोफेसर रामगोपाल यादव और आजम खां ने हाथ मिला लिए हैं। इसकी झलक तब भी दिख गई थी जब मुलायम सिंह द्वारा दिए गए इफ्तार में षामिल होने के लिए अमर सिंह दिल्ली से लखनऊ जा पहुंचे थे, पर उस इफ्तार पार्टी में अमर के षामिल होने की आहटों को भांपते आजम ने नेताजी की उस इफ्तार पार्टी से अपने को अलग कर लिया था, न सिर्फ अलग कर लिया था, बल्कि नेताजी की इफ्तार पार्टी के जवाब में आजम ने अपने घर एक इफ्तार की दावत रखी, जिसमें नेताजी को बुलाया ही नहीं गया। जब से ठाकुर साहब की सपा में षामिल होने की अटकलें तेज हुई हैं, आजम अपने समर्थकों में खुल्लम खुल्ला कहने लगे हैं कि 17 के चुनाव में सपा के लिए वोट तो ठाकुर साहब ही जुगाड़ करेंगे, हम तो बस खच्चर हैं, पार्टी का बोझ ढ़ोते आए हैं, आगे का कुछ पता नहीं। यह संदेषा नेताजी तक भी पहुंच गया है, पर उनके लिए न तो आजम को छोड़ना आसान है, न ही ठाकुर अमर सिंह को, उन्हें इंतजार है तो बस बदलते वक्त का। |
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