भाजपा का वॉर रूम अखिलेश के पीछे |
January 10 2017 |
सपा के झगड़ों से भले ही पार्टी का एक और चेहरा मीडिया और लोगों के बीच आया हो, पर एक ताजा जनमत सर्वेक्षण के मुताबिक इन तमाम पारिवारिक झगड़े-फसाद के बीच से यूपी के युवा सीएम अखिलेश यादव एक विजेता के तौर पर उभर कर सामने आए हैं। इस सर्वेक्षण में दावा हुआ है कि पार्टी कार्यकर्त्ताओं और यूपी की आम जनता के बीच अखिलेश की आंखों से टपके आंसुओं ने उनके पक्ष में सहानुभूति लहर ला दी है। इन घटनाओं से बाहर निकल कर युवा अखिलेश की एक ऐसे नेता के तौर पर छवि बनी है, जो भ्रष्टाचार से लड़ना चाहता है और आम आवाम की भलाई के लिए विकास के कार्यक्रम चलाना चाहता है, पर पार्टी व परिवार के ‘गुंडा एलिमेंट’ उन्हें ऐसा करने से रोक रहे हैं। भाजपा का वॉर रूम भी इस बात से अच्छी तरह बाखबर है, चुनांचे सोशल मीडिया का करीने से इस्तेमाल कर भाजपा अखिलेश को ‘विलेन’ साबित करने में जुटी है और सोशल मीडिया पर उन्हें नया तमगा ‘औरंगजेब’ दिया गया है। एक ऐसा शासक जो सत्ता के लिए अपने बाप से भी बगावत करता है। पर भाजपा की असली चिंता अपनी बात गांव-चौबारे तक पहुंचाने की है, जहां अब भी सोशल मीडिया का उतना असर नहीं है, और ग्रामीण मतदाताओं की नज़र में अखिलेश एक नव अवतरित नायक है। |
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