बिहार चुनाव में आप |
June 20 2020 |
आम आदमी पार्टी अब एक बार फिर से दिल्ली से बाहर अपने पैर फैलाने की तैयारियों में जुट गई है। कांग्रेस में नाराज़ चल रहे नवजोत सिंह सिद्धू पर डोरे डाले जा रहे हैं, पार्टी आने वाले पंजाब विधानसभा चुनाव में सिद्धू को अपना सीएम फेस प्रोजेक्ट कर चुनाव में जा सकती है। अभी सिद्धू को मनाने की कोशिशें जारी है। वहीं पार्टी बिहार विधानसभा चुनाव को भी किंचित गंभीरता से ले रही है। आप के बिहार प्रभारी संजय सिंह राज्यसभा सांसद हैं, यूं तो वे यूपी के सुल्तानपुर से ताल्लुकात रखते हैं पर सियासत का उनका भदेस अंदाज बिहार के लोगों को भी खासा रास आ सकता है। सो, कोरोना संकट के दौर में प्रवासी बिहारी मजदूरों की घर वापसी के लिए आप ने बढ़-चढ़ कर काम किया है। संजय सिंह ने अपने साल भर के 34 हवाई जहाज के कूपन बिहारी मजदूरों के नाम कर दिए। साथ ही उन्होंने लोकसभा और राज्यसभा के सांसदों से अपील की है कि अगर सभी मिल-जुल कर ऐसा कदम उठाते हैं तो 26 हजार 860 प्रवासी मजदूरों को उनके संबंधित गृह राज्यों में भेजा सकता है। अब तक संजय सिंह ने 32 बसों में बिहार, यूपी, मध्य प्रदेश के प्रवासी मजदूरों को उनके घर वापिस भेजा है। आप ने अब तक सवा लाख से ज्यादा बिहारी मजदूरों को बिहार ट्रेन द्वारा उनके घर वापसी में मदद की है। सो, आप ने तय किया कि बिहार विधानसभा चुनाव ’दिल्ली गवर्नेंस मॉडल’ बनाम बिहार का ’सुशासन मॉडल’ पर लड़ा जाएगा। आप के बिहार प्रवक्ता चंद्रभूषण का दावा है कि जहां दिल्ली में 201 यूनिट बिजली पर 70 रूपए का बिल आता है, वहीं बिहार में लोगों को 201 यूनिट बिजली के लिए 1540 रूपए चुकाने पड़ते हैं। आप दिल्ली में शिक्षा, स्वास्थ्य व परिवहन जैसे सफल मॉडलों का हवाला बिहार के संदर्भ में चाहती है। बिहार के हर विधानसभा में पार्टी अपने 20 से 30 हजार कार्यकर्ताओं की फौज तैयार कर रही है। मुस्लिमों का झुकाव बिहार में तेजी से आप की ओर देखा जा सकता है। दिल्ली के तर्ज पर ही आप बिहार में ’जय श्रीराम’ के नारे के जवाब में ’जय बजरंगबली’ का नारा बुलंद कर रही है। देखना है बिहार आप के लिए कितनी सफलता के द्वार खोल पाता है। |
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