…और अंत में |
October 13 2014 |
प्रकाश जावड़ेकर सियासत के एक माहिर खिलाड़ी के तौर पर अवतरित हो रहे हैं, बगैर किसी सियासी जमीन के उनका यहां तक पहुंचना किसी चमत्कार से कम नहीं है, वे पार्टी में अपने बॉस के अलावा संघ को भी खुश रखने में कामयाब रहे हैं, दूरदर्शन पर सरसंघ संचालक के भाषण का सीधा प्रसारण दिखा कर उन्होंने भले ही विपक्षी दलों की लानते-मानतें झेली हो, पर उनके इस उपक्रम से संघ और भाजपा दोनों ही प्रसन्न हैं, पर सीधे तौर पर इस पूरे मामले में जावड़ेकर की उतनी भूमिका नहीं थी, जितना कि उनको श्रेय मिल रहा है। दरअसल दूरदर्शन न्यूज की महानिदेशक अर्चना दत्त को नागपुर से फोन आया और कहते हैं दत्त ने बगैर मंत्री से मंजूरी मांगे अपने प्रयासों से नागपुर से सीधे कॉऑर्डिनेट कर लिया। क्योंकि नागपुर में ओवी वैन का खर्चा भी संघ स्वयं उठा रहा था, सो दत्त ने आनन-फानन में इस आशय को मंजूरी दे दी। |
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