Posted on 08 January 2023 by admin
यह सचमुच गहरे पड़ताल का विषय है कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर सोशल मीडिया और सार्वजनिक मंचों पर सदैव हमलावर रहने वाले संघ नेताओं का राहुल की भारत जोड़ो यात्रा पर रुख क्यों बदल गया है? श्री रामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के महासचिव चंपत राय और ट्रस्ट के कोषाध्यक्ष गोविंद देव गिरि ने इस यात्रा को स्वागत योग्य बताते हुए राहुल की प्रशंसा की है। रामलला मंदिर के मुख्य पुजारी सत्येंद्र दास ने राहुल को पत्र लिख कर उनकी भारत जोड़ो यात्रा की सराहना करते उन्हें अपनी शुभकामनाएं दी है। वहीं भाजपा की बागी साध्वी उमा भारती ने भी खुल कर कहा कि भगवान राम और हनुमान जी की भक्ति भाजपा का कॉपीराइट नहीं है। संघ ने एक तरह से स्पष्ट कर दिया है कि संघ का मूल एजेंडा ’सर्वजन हिताय सर्वजन सुखाय’ का ही है, यानी जो भी नेता हिंदू हित व देश हित की बात करेगा, संघ और उनके आनुशांगिक संगठनों का समर्थन उन्हें अवश्य मिलेगा।
Posted on 08 January 2023 by admin
क्या आपको अमेरिकी अरबपति दर्शन सिंह धालीवाल याद हैं, जिन्हें भारत में चल रहे किसान आंदोलन के दौरान 23 अक्टूबर 2021 को दिल्ली एयरपोर्ट पर अमेरिका से उतरने के बाद ही रोक लिया गया था, भारतीय एजेंसियों ने उनसे एयरपोर्ट पर ही कड़ी पूछताछ की थी और फिर एयरपोर्ट से ही उन्हें वापिस अमेरिका जाने वाली फ्लाइट में जबरन बिठा दिया गया था। धालीवाल पर आरोप था कि दिल्ली बॉर्डर पर चल रहे किसान आंदोलन के लंगर को वही फंड करते हैं। धालीवाल के अमेरिका में दो हजार से ज्यादा गैस स्टेशन हैं, उनकी कमाई भी अकूत है। धालीवाल के बादल परिवार से बेहद निजी ताल्लुकात बताए जाते हैं, पंजाब में जब बादलनीत अकाली दल की सरकार थी तो दर्शन सिंह के छोटे भाई सुरजीत सिंह रखरा उस सरकार में मंत्री थे। धालीवाल के कैप्टन अमरिंदर सिंह से भी बेहद निजी ताल्लुकात हैं। जब 21 में उन्हें दिल्ली एयरपोर्ट से वापिस भेज दिया गया था तो इस बारे में स्वयं प्रकाश सिंह बादल ने पीएम मोदी से बात की थी और उन्हें धालीवाल के परोपकारी कार्यों के बारे में जानकारी दी थी, 2004 के सुनामी काल में भी धालीवाल ने आम भारतीयों की मदद के लिए अपनी थैली का मुंह खोल दिया था। कहते हैं धालीवाल को मनाने में अमेरिका स्थित भारत के राजदूत तरणजीत सिंह संधु की भी एक महती भूमिका रही है। सो, इस वर्ष जिन 27 अप्रवासी भारतीयों को प्रवासी भारतीय सम्मान से नवाजा गया है उसमें आश्चर्यजनक रूप से धालीवाल का नाम भी शामिल हैं, कहते हैं धालीवाल के बाइडन प्रशासन में भी अच्छे ताल्लुकात हैं, जिसका फायदा भारत को जी20 शिखर सम्मेलन की लॉबिंग में मिल सकता है। धालीवाल ने भी पीएम मोदी को अब दुनिया का सर्वश्रेष्ठ पीएम करार दिया है। अभी पिछले दिनों अमेरिका में पीएम मोदी पर लिखी दो पुस्तकों का अनावरण हुआ श्रीश्री रविशंकर और अमेरिका में भारत के राजदूत तरणजीत सिंह संधु के हाथों, उस कार्यक्रम में भी धालीवाल प्रमुखता से नज़र आ रहे थे।
Posted on 08 January 2023 by admin
जम्मू-कश्मीर में परिसीमन और मतदाता सूची को अंतिम रूप देने का काम पूरा हो चुका है। सो, ऐसे में जम्मू-कश्मीर के भाजपा प्रभारी तरूण चुग के बयान के निहितार्थ तलाशे जा सकते हैं जब उन्होंने कहा कि ’मई में जब वादियों की बर्फ पिघलेगी तब वहां चुनाव के माहौल बन सकते हैं।’ राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा का समापन कश्मीर में होने जा रहा है, उनकी इस समापन यात्रा में नेशनल कांफ्रेस और पीडीपी शामिल हो रही है। यानी कांग्रेस ने एक तरह से साफ कर दिया है कि जम्मू-कश्मीर के आगामी चुनाव में उनका गठबंधन नेशनल कांफ्रेंस और महबूबा मुफ्ती के पीडीपी से होने जा रहा है। वहीं भाजपा का इरादा चुनावों में अकेले जाने का है। गुलाम नबी की डेमोक्रेटिक आजाद पार्टी के 17 नेता पहले ही कांग्रेस में शामिल हो चुके हैं, सो अब गुलाम नबी को भाजपा की ओर से कोई भाव नहीं मिल रहा। जब जम्मू में 37 सीटें थी तो भाजपा ने इसमें से 25 सीटें जीत ली थी। नए परिसीमन में जम्मू की सीटें बढ़ कर 43 हो गई है, भाजपा का इरादा इन सभी सीटों को जीतने का है। वहीं 9 सीटें एसटी यानी वन गुर्जर के लिए आरक्षित है, जिसमें से 7 सीटें कश्मीर घाटी में है। भाजपा की नज़र इन आरक्षित सीटों पर भी है। इसी रणनीति के तहत भाजपा ने गुर्जर बकरवाल समुदाय के गुलाब अली खटाना को राज्यसभा के लिए मनोनीत किया है, इन्हें आने वाले दिनों में केंद्र में मंत्री भी बनाया जा सकता है। सज्जाद लोन की पार्टी से भी भाजपा का गठबंधन आकार पा सकता है। वैसे भी भाजपा जितेंद्र सिंह को जम्मू-कश्मीर का हिंदू सीएम बनाना चाहती है। यह मोदी के लिए 2024 का मास्टर स्ट्रोक साबित हो सकता है। पीओके का कश्मीर में विलय का मुद्दा अब ठंडे बस्ते में है, क्योंकि चीन इस मसले पर भारत को आंख दिखा रहा है, क्योंकि वहां से होकर चीन का सिल्क रूट गुजरता है।
Posted on 08 January 2023 by admin
2023 में होने वाले 9 विधानसभा चुनावों (मध्य प्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़, कर्नाटक, तेलांगना, मिजोरम, मेघालय, नगालैंड और त्रिपुरा) तथा 2024 के आम चुनाव में भाजपा एक बड़ा दांव विस्तारकों पर लगाने जा रही है। पिछले साल संपन्न हुए गुजरात विधानसभा चुनाव में गुजरात प्रदेश अध्यक्ष सीआर पाटिल ने इसका सबसे सफल प्रयोग करके दिखाया। पाटिल की रणनीतियों से ही प्रेरित होकर भाजपा इन 9 राज्यों के आसन्न चुनावों के लिए प्रेरणा ले रही है। जिसके तहत हर विधानसभा में एक विस्तारक की निुयक्ति की जा रही है, ये विस्तारक पार्टी के पूर्व सांसद या विधायक या पार्टी के सीनियर पदाधिकारी हो सकते हैं, उक्त सीट को जिताने का जिम्मा भी विस्तारक का ही होगा। पार्टी देशभर में विस्तारकों की एक बड़ी फौज खड़ी कर रही है, इससे पार्टी की संघ के ऊपर निर्भरता भी कम होगी और ये विस्तारक ही पार्टी के लिए आंख, कान व नाक साबित हो रहे हैं।
Posted on 08 January 2023 by admin
मध्य प्रदेश के नए नवेले कांग्रेस इंचार्ज जेपी अग्रवाल बस हवा-हवाई साबित हो रहे हैं, क्योंकि राज्य में अब भी पुराने इंचार्ज मुकुल वासनिक का जलवा बरकरार है। चुनाव में टिकट चाहने वाले कांग्रेसी नेताओं की रेलमपेल की मुकुल वासनिक के खासमखास सीपी मित्तल के यहां हो रही है। वैसे भी वासनिक का पार्टी के पार्लियामेंट्री बोर्ड में दबदबा है सो, टिकटार्थियों को भलीभांति इस बात का इल्म है कि उनके टिकट आखिरकार कहां से फाइनल होने हैं?
Posted on 08 January 2023 by admin
’चलो नए साल के माथे पर उम्मीदों का नया तिलक लगाते हैं
कसम नई खाते हैं, राह नई बनाते हैं, दीप नया जलाते हैं
लगाते हैं आसमां में सीढ़ियां, चलो हम भी सूरज बन जाते हैं’
जो लोग यह समझते हैं कि पीएम मोदी मीडिया वालों से एक दूरी बना कर चलते हैं, तो वे मुगालते में हैं। पीएम समय-समय पर चुनींदा पत्रकारों से मिलते रहते हैं और उनसे जरूरी ‘फीडबैक’ भी लेते रहते हैं। जैसे अभी पिछले दिनों पीएम ने कुछ चुनींदा संपादकों को अपने घर चाय पर आमंत्रित किया। पत्रकारों ने भी खुल कर पीएम से हर मुद्दे पर चर्चा की, जैसे एक प्रबुद्द संपादक ने 2024 के आम चुनावों को लेकर पीएम की राय जाननी चाही और उनसे कहा कि ’24 आपके लिए इतना आसान रहने वाला नहीं, क्योंकि आप कर्नाटक हार रहे हैं,’ इस पर पीएम ने उस संपादक से चुटकी लेते हुए कहा ’गनीमत है आपके दिमाग में सिर्फ कर्नाटक है, वरना हमारी हालत मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में भी कोई अच्छी नहीं है। पर आप राज्यों के चुनावों को लोकसभा चुनाव का पैमाना नहीं मान सकते, मतदाताओं के वोटिंग पैटर्न दोनों चुनावों में अलग-अलग होते हैं। 2018-2019 के विधानसभा चुनाव में भी कांग्रेस मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान जीत गई थी, पर 2019 लोकसभा चुनाव में इससे कांग्रेस की सीटों में कितना इजाफा हुआ? अभी सबको अपने-अपने दांव चलने दीजिए (पीएम का इशारा शायद राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा की ओर था) समय आने पर मैं भी अपना दांव चलूंगा।’
Posted on 08 January 2023 by admin
2024 के लोकसभा चुनावों के लिए भाजपा के तरकश में अभी से कई अचूक तीर हैं, मसलन हिंदुत्व का उबाल, समान नागरिक संहिता, राम मंदिर आदि-आदि, पर यूपी चुनाव समेत पिछले कुछ चुनावों में भाजपा का सबसे कामयाब ब्रह्मास्त्र रहा है गरीबों को ’मुफ्त राशन’। स्वयं पीएम मोदी का मानना है कि ’केवल खाने का फोटो दिखा कर गरीबों का पेट नहीं भरा जा सकता है, पेट भरने के लिए उन्हें राशन मुहैया कराना जरूरी है।’ सरकार को मिली खुफिया रिपोर्ट भी इस बात की ओर इशारा करती है कि पीएम मोदी की लोकप्रियता में चार चांद लगाने का काम गरीबों को मिल रहे ’मुफ्त अनाज स्कीम’ ने किया है। पीएमओ से जुड़े एक करीबी सूत्र का दावा है कि पीएम यह बात अपने कोर ग्रुप से कई मौकों पर कह चुके हैं कि ’अगर भारत सरकार का कुल बजट 40 लाख करोड़ के आसपास का है तो अगर इसमें से 2 लाख करोड़ गरीब जनता को मुफ्त राशन देने में निकल भी जाता है तो इसमें बुराई क्या है? आखिर हम हैं तो एक ‘वेलफेयर स्टेट’, कोई भूखे पेट न सोए यह हमारी जिम्मेदारी है।’ सो, ऐसे संकेत मिल रहे हैं कि 81 करोड़ 35 लाख गरीब भारतीयों को मुफ्त राशन देने का कार्यक्रम कम से कम 2024 चुनाव तक तो चलता ही रहेगा, अर्थशास्त्रीगण चाहे इस पर अपना कितना भी सिर फोड़ लें।
Posted on 08 January 2023 by admin
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सुशील कुमार शिंदे कांग्रेस के स्थापना दिवस 28 दिसंबर को इतने भावुक हो गए कि उन्होंने उसी दिन राजनीति से संन्यास लेने की घोषणा कर दी। सूत्रों की मानें तो शिंदे पार्टी हाईकमान से पिछले कुछ समय से बेहद खफा-खफा चल रहे थे। शिंदे को काफी वक्त से यह आस थी कि गांधी परिवार उन्हें पार्टी में कोई महती भूमिका देगा। दो वर्ष पहले भी उनका नाम कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए चला था, क्योंकि वे राहुल गांधी के बेहद करीबी माने जाते थे। इस बार भी अध्यक्ष पद की दौड़ में एक और दलित नेता मल्लिकार्जुन खड़गे बाजी मार गए, क्योंकि गांधी परिवार को भी कर्नाटक का आने वाला विधानसभा चुनाव दिख रहा था। इस दफे जब महाराष्ट्र से राहुल गांधी की यात्रा निकल रही थी तो शिंदे राहुल को चंद्रपुर ले जाना चाहते थे और उनके हाथों से बाबा साहेब आंबेडकर की एक भीमकाय प्रतिमा का अनावरण करवाना चाहते थे। राहुल भी इसके लिए तैयार थे, पर ऐन वक्त शिंदे विरोधियों ने राहुल के कान भर दिए और राहुल की यात्रा प्रतिमा की बगल से गुजर गई पर राहुल ने प्रतिमा का अनावरण किया ही नहीं। अब जाकर इस 26 जनवरी को चंद्रपुर के स्थानीय नेतागण (जिसमें भाजपा के नेतागण भी शामिल हैं) इस मूर्ति का अनावरण कर रहे हैं। वैसे भी शिंदे को कांग्रेस के चिंतन शिविर में भी नहीं बुलाया गया था, शिंदे को लगा कि चलो अब बहुत हुआ और उन्होंने घर बैठना ही ठीक समझा।
Posted on 08 January 2023 by admin
राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा को लेकर देशभर में जो उत्साह देखा जा रहा है और इसमें जिस कदर भीड़ उमड़ रही है, इसको लेकर भाजपा की पेशानियों पर कोई बल नहीं। भाजपा का अपना सर्वेक्षण कहता है कि ’अपनी यात्रा से राहुल विपक्ष का भले ही सर्वमान्य चेहरा बन कर उभरे हों पर वे स्वयं को मोदी के विकल्प के तौर पर पेश नहीं कर पाए हैं।’ राहुल से जुड़े उनके करीबी सूत्र खुलासा करते हैं कि ’राहुल ने भी मन ही मन यह फैसला कर लिया है कि वे 2024 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस का चेहरा नहीं बनेंगे। इसके बजाए 2024 के चुनाव में एक सामूहिक नेतृत्व की परिकल्पना को अमलीजामा पहनाया जाएगा, जो मुख्यतः तीन लोगों के चेहरे से मिल कर बनेगा’, राहुल के अलावा इसमें एक चेहरा प्रियंका का हो सकता है। अपने स्वास्थ्यगत कारणों से सोनिया इस रेस में शामिल नहीं रहेंगी, तो एक तीसरे नेता का स्लॉट खाली बचता है, इस स्लॉट में फिट होने के लिए कांग्रेस के पास दावेदारों की एक लंबी फेहरिस्त है, समय आने पर इसका भी फैसला हो जाएगा।
Posted on 08 January 2023 by admin
केरल में मुख्यमंत्री पिन्नई विजयन और वहां के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान के दरम्यान कटुता बढ़ती ही जा रही है। पिछले दिनों क्रिसमस के मौके पर राज्यपाल खान ने राजभवन में एक शानदार पार्टी आयोजित की, उस पार्टी में बकायदा मुख्यमंत्री समेत राज्य के अन्य प्रमुख नेताओं को भी न्यौता भेजा गया था। पर राज्यपाल की पार्टी में न तो मुख्यमंत्री आए और न ही राज्य की प्रमुख विपक्षी पार्टी कांग्रेस का ही कोई नेता शामिल हुआ। जबकि राजभवन की ओर से कांग्रेस नेता वीडी सतीशन को खास न्यौता भेजा गया था, पर वे भी नहीं आए, न ही विजयन सरकार का कोई मंत्री ही राज्यपाल की दावत में शामिल हुआ। उल्टे विजयन ने केरल टूरिज्म के अंतर्गत आने वाले मेस्कॉट होटल में अपनी क्रिसमस पार्टी रख दी, जिसमें राज्यपाल को बुलाया ही नहीं गया। इस पार्टी में कांग्रेस समेत कई दलों के नेता शामिल रहे, जो कि राज्यपाल को आइना दिखाने के लिए काफी था, यानी राजकाज में गवर्नर का अनावश्यक दखल न तो राज्य का सत्ताधारी दल पसंद कर रहा है और न ही विपक्षी कांग्रेस को ही राज्यपाल का यह अंदाजेबयां रास आ रहा है।