हाईकमान का फरमान |
December 01 2010 |
संसद में विपक्षियों द्वारा मचाए जा रहे तमाम शोर-शराबों के बीच कांग्रेस की ‘स्ट्रेटजी’ क्या हो इसे लेकर हाईकमान के निर्देश पर संसदीय कार्य मंत्री पवन बंसल ने दस बड़बोले कांग्रेसी सांसदों की मीटिंग बुलाई और इन सांसदों को खास तौर पर हिदायत दी गई कि इस रणनीति का कहीं से भी मीडिया में खुलासा नहीं होना चाहिए, उपस्थित सांसदों ने भी हामी भरी, पर अगले दिन के मीडिया में इन पूरी बातों का खुलासा था कि उक्त मीटिंग में आखिर रणनीति क्या बनी? हाईकमान ने उन सांसदों की बुलाकर जब क्लास ली तो तीन नामों का खुलासा हुआ जो मीडिया से बतियाते पाए गए थे- संजय निरूपम, राशिद अल्वी और जगदंबिका पाल। मजे की बात तो यह कि यह तीनों ही एक दूसरे पर दोषारोपण कर रहे थे कि ‘मैं नहीं ये’, तीनों सांसदों को पार्टी हाईकमान की ओर से गंभीर चेतावनी मिली-‘अब नहीं सुधरे तो आगे से अहम मीटिंग में बुलाना बंद कर दिया जाएगा।’ क्या मालूम अब ये सुधर जाएं। |
Feedback |