सोनिया हो नाराज तो कैसे बने बात |
October 20 2009 |
माननीया राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल के पुत्र राजेंद्र शेखावत मैदान में हो वह भी कांग्रेस के टिकट पर, पर उस विधानसभा क्षेत्र में प्रचार के लिए कांग्रेस का कोई बड़ा नेता नहीं फटके तो दाल में कुछ काला जरूर है, वरना क्या बात हुई कि राहुल गांधी भी शेखावत की साथ वाली सीट अमरावती में प्रचार के लिए आए पर उन्होंने राष्ट्रपति पुत्र के लिए लोगों से वोट व समर्थन मांगना जरूरी नहीं समझा, हाईकमान के बदले-बदले से तेवर देखकर कांग्रेस के छुटभैये नेताओं ने भी शेखावत की विधानसभा सीट की ओर रुख नहीं किया। आखिर कांग्रेस हाईकमान की इस नाराजगी की वजह क्या है? इस दफे के महाराष्ट्र चुनाव में स्वयं सोनिया गांधी राजेंद्र शेखावत को पार्टी टिकट दिए जाने की पक्षधर नहीं थी, पर महाराष्ट्र के दो हाई प्रोफाइल कांग्रेसी नेताओं सुशील कुमार शिंदे और विलासराव देशमुख ने हाईकमान के ऊपर शेखावत को टिकट देने का कुछ ऐसा दबाव बनाया कि मैडम सोनिया को झुकना ही पड़ा, दरअसल शेखावत के बहाने शिंदे अपनी पुत्री प्रणति और देशमुख अपने पुत्र अमित के लिए विधानसभा का द्वार खोलना चाहते थे, सो राजेंद्र शेखावत शह-मात की इस कांग्रेसी बिसात पर मोहरा बन गए। |
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December 16th, 2010
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