सुषमा का इरादा |
September 04 2011 |
जन लोकपाल पर शनिवार को संसद में बहस के दौरान भाजपा की ओर से हर कोई बोलना चाहता था, यशवंत सिन्हा से लेकर अनंत कुमार तक, पर नेता प्रतिपक्ष सुषमा स्वराज ने टीआरपी के इस महादिन पार्टी के अपने युवा साथी वरुण गांधी को मौका दिया, दरअसल सुषमा का आइडिया राहुल (वे शुक्रवार को बोले थे) के बैक ड्रॉप पर अपनी पार्टी के गांधी का प्रक्षेपण था ताकी लोग दो भाईयों, दो गांधियों व दो विचारधाराओं का तुलनात्मक विवेचन कर पाएं, जिसमें वे पूरी तरह सफल रहीं। यहां तक कि अडवानी भी इस राय के थे कि रिज्यूलेशन जल्दी से जल्दी पारित हो जाए इसके लिए वे एक बार खड़े भी हो गए थे, पर सुषमा ने अपनी पार्टी के दूसरे स्पीकर की बारी आने का शांतिपूर्वक इंतजार किया, इंतजार में घंटों गुजर गए, सुबह से शाम हो गई पर सुषमा का इरादा नहीं बदला। |
Feedback |