सबसे बड़े खिलाड़ी गडकरी |
September 12 2010 |
कभी बेहद हड़बड़ी में दिख रहे गडकरी ने खुद को संयत रखना सीखा है, कम से कम झारखंड के हालिया प्रकरण में उन्होंने जैसे अपने पार्टी दिग्गजों अडवानी, सुषमा व जेतली को भी आइना दिखाने का काम किया है। अडवानी व सुषमा पूरी तरह से शिबू सोरेन के साथ मिलकर झारखंड में सरकार बनाने के खिलाफ थे। सो, गडकरी ने अपने विश्वस्त सहयोगियों (मसलन पीयूष गोयल, राजनाथ सिंह) के साथ मंत्रणा कर एक व्यूह रचना कर डाली यहां तक कि उन्होंने इस मामले में पार्टी की संसदीय बोर्ड की राय जानने की भी जहमत नहीं उठाई, पीयूष गोयल को ‘ऑपरेशन झारखंड’ का इंचार्ज बनाया गया और उनके सहयोगी के तौर पर अजय संचेती, तुलसी अग्रवाल, संदीप कालिया व नरेश ग्रोवर ने भी मोर्चा संभाल लिया। अजय व नरेश नागपुर के बिल्डर है, संदीप कालिया मुंबई के हैं और उनकी तारीफ इस कॉलम में पहले भी लिखी जा चुकी है। अपने लोगों को काम में लगा गडकरी स्वयं रूस चले गए, जहां उनसे संपर्क साधना भाजपा के अन्य सीनियर नेताओं के लिए मुमकिन न था, गडकरी का ओवरसीज संपर्क नंबर पीयूष गोयल और उनके चारोेंं साथियों के पास था, गडकरी रूस में लगातार अपने इन लोगों के संपर्क में थे, और वे अवतरित भी तब हुए जब झारखंड में अर्जुन मुंडा सरकार बनने का रास्ता प्रशस्त हो गया। |
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