शुक्ला जी की बल्ले-बल्ले |
May 05 2010 |
ललित मोदी, थरूर व पवार पर आईपीएल मामले में चाहे लाख संकट के बादल मंडरा रहे हों, पर राजीव शुक्ला के लिए यह सब बिल्ली के भाग्य से छींका टूटने जैसा है। अनायास कांग्रेसी गलियारों में उनकी चल निकली है, कभी वे आईपीएल मसला सोनिया को ब्रीफ करते हैं, तो कभी प्रणब व पीएम को, घड़ी-घड़ी उन्हें अहमद पटेल का फोन आ रहा है। चुनांचे जिस शरद पवार ने ‘कटमोशन’ पर सरकार को घेरने की पूरी तैयारी कर ली थी और शरद यादव, फारुख व लालू से अपने तार जोड़ लिए थे, अहमद पटेल के कहने पर शुक्ला ने प्रफुल्ल पटेल की मदद से शरद पवार को मनाया। सो शुक्ला जी के ऊपर इन दिनों दस जनपथ भी मेहरबान है और 7 रेसकोर्स भी। सुना जा रहा है कि उनकी एक बड़ी लॉटरी निकलने वाली है, मैदान खुला है, बीसीसीआई अध्यक्ष की कुर्सी जून में खाली होने वाली है, 26 को आईपीएल कमिश्नर पद से ललित मोदी का इस्तीफा भी आ रहा है… और नहीं तो मनमोहन मंत्रिमंडल में फेरबदल तो जाने कब से प्रतिक्षित है। |
Feedback |