शिंदे हुए शर्मिंदा- |
August 28 2012 |
जबसे प्रणव दा की जगह सुशील कुमार शिंदे सदन के नेता बने हैं वे चाहें-अनचाहें कुछ विकट परिस्थितियों में फंस ही जाते हैं,जैसे राज्य सभा में अनजाने वे जया बच्चन से उलझ गए,कोलगेट पर विपक्षी हंगामों के बीच लोकसभा को सुचारू रूप से चलाने की फरियाद लेकर वे सदन में विपक्ष की नेता सुषमा स्वराज से बात करने विपक्षी बेंच की तरफ बढ़े तब मैडम स्वाराज ने उन्हे तसल्ली से बात करने का आग्रह किया, शिंदे ने जब नेता प्रतिपक्ष के संग बैठकर बात करने की गरज से इधर-उध रनज़र दौड़ाई तब सुषमा की आस-पास की सभी सीटें भरी हुई थी,फिर शिंदे से आग्रह किया ”कृप्या यहां बैठें,वैसे भी इस लाकसभा चुनाव के बाद आपको यहां बैठना होगा” सुषमा का अंदाजे बयां कुछ ऐसा था कि शिंदे के पास सिवा बगले झॉकने के कोई और चारा भी नहीं बचा था। |
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