वह रूसी नेता कौन? |
July 11 2010 |
जब लात्विया के क्रू-मेंबर व पीटर ब्लीच पश्चिम बंगाल की जेल में बंद थे और जब इन छहों पर ट्रॉयल चल रहा होता है तो रूस के एक हाई-प्रोफाइल राजनेता का अडवानी (जो उस वक्त गृह मंत्री थे)को मैसेज आता है कि चूंकि इन लात्विया के पांचों नागरिकों ने रूस की नागरिकता हासिल कर ली है, चुनांचे उन्हें रूस को वापिस कर दिया जाए। अडवानी ने इनको छोड़ने की एवज में क्या शर्त रखी? नहीं मालूम, पर जुलाई 2000 में इन पांचों को छोड़ दिया गया। फिर ब्रिटिश सरकार का दबाव आता है कि पीटर ब्लीच एक ब्रिटिश इंटेलीजेंस का अधिकारी है, सो उन्हें छोड़ा जाए, फिर राष्ट्रपति से इसके माफीनामे पर हस्ताक्षर कर उसे भी फरवरी 2004 को छोड़ दिया जाता है। वाह रे देश के कर्णधार, इतने बड़े-बड़े फैसले आनन-फानन में ले लिए जाते हैं पर देश इन बातों से अनजान रहता है। |
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