लोकपाल पर लुकाछिपी? |
December 27 2011 |
लोकपाल बिल के सदन में आने से पहले इसके ड्राफ्ट की चार कापियां वितरित हुई थीं। इसमें से एक कॉपी सदन की नेता प्रतिपक्ष, राज्यसभा के नेता प्रतिपक्ष, एक कॉपी अडवानी के पास भी थी कहते हैं जो पिछले दरवाजे से पहले से ही किरण बेदी के पास पहुंच गई थी। लालू को दोनों ड्राफ्ट की कॉपियां दी गई थीं। एक में मुस्लिम आरक्षण का जिक्र था दूसरे में नहीं। कांग्रेसी मैनेजरों ने इन दोनों बिलों का फर्क लालू को समझाया कि अन्ना का बिल क्या है, भाजपा ने बिल में क्या-क्या तब्दीलियां करवाईं हैं, चुनांचे लालू जोश में आ गए। और जोश ही जोश में उन्होंने जो कुछ सदन में कहा था वह कांग्रेस के फायदे की बात थी। कांग्रेस का मुलायम के बजाए लालू पर इतना भरोसा करना कुछ दूरगामी संकेत देता है। मुलायम को तो बस कांग्रेसी मैनेजरों ने मौखिक रूप से दोनों बिल के प्रारूप के बारे में ब्रीफ कर दिया था, पर लालू को बकायदा इसकी कॉपी पहुंचाई गई थी। |
Feedback |