रफ्ता-रफ्ता आगे बढ़ें गुप्ता |
July 11 2010 |
गडकरी अपनी फिसलती जुबान, गिरती साख और भाजपा की दूसरी पांत से परेशान हैं। जब इस दफे 5 जुलाई को महंगाई के खिलाफ विपक्ष के भारत बंद का आह्वान हुआ तो भगवा पार्टी की दूसरी पांत के कुछ प्रमुख नेताओं ने अध्यक्ष जी को समझा दिया कि गोया वे एक राष्ट्रीय पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं चुनांचे उन्हें सड़कों पर उतर कर प्रदर्शन करना शोभा नहीं देता। सो सड़कों पर उतरने, आंदोलन करने और गिरफ्तारी देने का जिम्मा अरुण जेतली ने लखनऊ, सुषमा स्वराज ने भोपाल, और रवि शंकर ने पटना के लिए संभाल लिया। बाद में जब दिल्ली भाजपा के अध्यक्ष विजेंद्र गुप्ता गडकरी से मिले तो उन्हें इस बात के लिए राजी करने में सफल रहे कि गडकरी दिल्ली में सक्रिय रहेंगे। इसके लिए शरद यादव, राजनाथ सिंह व हरसिमरत बादल को तैयार किया गया। गुप्ता जी ने दिल्ली में अपनी सारी ताकत झोंक दी ताकि गडकरी भी इस घड़ी कुछ सियासी लाभ कमा सकें। कहना न होगा कि फिलवक्त विजेंद्र गुप्ता अपने इस प्रयास में सफल दिख रहे हैं। |
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