बदलेगी केंद्र की राजनीति |
May 15 2011 |
पांच राज्यों के विधानसभा चुनावों के परिणाम आने के साथ केंद्र की राजनीति में नए गठबंधन और नई संभावनाओं के बीज अंकुरित होने लगे हैं। कनिमोझी की संभावित गिरफ्तारी की आहटों के बीच दिल्ली के सियासी गर्दो गुबार में एक अपुष्ट खबर ने जब चरमरा कर अंगड़ाई ली कि करुणा पुत्र अझागिरी ने केंद्रीय मंत्रिमंडल से अपना त्याग पत्र दे दिया है तो तब से यह कयास लगने लगे हैं कि डीएमके कोटे के मंत्रिगण कभी भी मनमोहन सरकार को अलविदा कह सकते हैं, काले चश्मे वाला बाबा इस बात पर गंभीरता से विचार कर रहे हैं कि क्या अब डीएमके को यूपीए सरकार को बाहर से समर्थन देना चाहिए? यही एक यक्ष प्रश्न है जो कांग्रेसी मैनेजरों की पेशानियों पर बल ला रहा है। |
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