प्रो-एक्टिव गडकरी |
April 17 2011 |
कतिपय एक अनजाने व उत्तर भारतीय राज्यों में अनचीन्हे नितीन गडकरी ने जब भाजपा की बागडोर संभाली तो उनके नेतृत्व को लेकर उम्मीद कम शंकाएं ज्यादा थीं, पर गडकरी ने अपने प्रो-एक्टिव कार्य शैली से लगता है अपने आलोचकों का मुंह बंद करने का काम किया है। अपने पूर्र्ववत्ती राजनाथ सिंह की निर्णय न ले सकने की इमेज के विपरीत गडकरी को आनन-फानन में निर्णय लेने की आदत है। पार्टी के पूर्र्ववत्ती अध्यक्षों की तुलना में वे एक घुमक्क्ड़ अध्यक्ष हैं। उन्हें सफर में रहना पसंद है, उनकी यही बात संघ को भा रही है। पर पार्टी को लेकर उनकी योजनाएं और उनकी जुबान दोनों लंबी है, पर वे अपनी इमेज रिजल्ट देने वाले अध्यक्ष की बनाने में जुटे हैं। गडकरी अपने वजन को लेकर भी इन दिनों ज्यादा फिक्रमंद हैं, चुनांचे वे अन्न की बजाए दाल व सब्जियां ज्यादा खा रहे हैं, उनका लक्ष्य है तीन महीने में अपना 15 किलो वजन कम करने का। साथ ही अपने सियासी वजन को लगातार बढ़ाते रहने का मूलमंत्र तो उन्होंने पकड़ा हुआ ही है। |
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