प्याज के आंसू |
December 30 2010 |
प्याज के आंसू रो रही यूपीए सरकार के लिए उनके घटकदलों के सहयोगी नित्य नई परेशानियां खड़ी कर रहे हैं, प्याज को लेकर कांग्रेस कर्णधारों ने शरद पवार पर निशाना साधा हुआ है कि जब पवार को मालूम था कि आने वाले दिनों में प्याज की किल्लत हो सकती है तो उन्होंने समय रहते प्याज के निर्यात पर रोक क्यों नहीं लगाई? राहुल गांधी ने तो यह कहकर मामले को एक नया मोड़ दे दिया कि प्रधानमंत्री सब (प्याज संकट) संभाल लेंगे। पूर्व में जब इंदिरा गांधी देश की प्रधानमंत्री थी और प्रणव मुखर्जी उनकी कैबिनेट के वित्त मंत्री थे तब भी एक दफे ऐसे ही प्याज का संकट गहराया था तो विपक्षी पार्टियों ने संसद में मुखर्जी को प्याज की माला विरोध स्वरूप भेंट की थी। कोई 12 साल पहले जब दिल्ली की कमान सुषमा स्वराज के पास थी तब भी प्याज के संकट में भाजपा को शीला दीक्षित के हाथों अपनी सरकार गंवानी पड़ी थी। यानी अभी बहुत रूलाने वाला है प्याज। |
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