पीएम की ‘हिलिश डिप्लोमेसी’ |
September 13 2011 |
प्रधानमंत्री जब ढाका पहुंचे तो उन्होंने बांग्ला देश की सबसे बड़ी समाचार एजेंसी ‘बांग्लादेश संवाद संस्था’ को एक लंबा इंटरव्यू दिया और बातों ही बातों में कह गए कि कालांतर में वे मछलियां खासकर ‘हिलिश माछ’ के कितने बड़े शौकीन रहे हैं, पर अब हेल्थ ग्राउंड पर उन्होंने मांसाहारी भोजन से तौबा कर ली है और शाकाहारी हो गए हैं, पर अगर उनकी होस्ट उन्हें हिल्सा मछली परोेस तो वे एक बार के लिए अपना शाकाहार तोड़ सकते हैं, मेजबान ने आवाज सुन ली, रात को ही शेख हसीना की ओर से डिनर आयोजित था जिसमें किस्म-किस्म की हिल्सा मछलियां परोसी गईं, प्रधानमंत्री ने भी वादा निभाया, ‘हिलिश माछ’ का स्वाद चखा। जब वे वहां से अपने विशेष विमान में दिल्ली के लिए रवाना हुए तो एक बड़े बॉक्स में भरकर उन्हें मेजबान देश ने हिल्सा मछली उपहार के तौर पर दी। प्रधानमंत्री ने ‘हिलिश डिप्लोमेसी’ के तहत यह मछलियां विभिन्न पार्टियों के नेताओं को उपहार के तौर पर भिजवाईं, जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय के कुछ बंगाली प्रोफेसरों को भी यह सौगात मिली। |
Feedback |