| पटेल का दिमागी खेल |
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October 20 2009 |
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अहमद पटेल इन विधानसभा चुनावों में एक नया फार्मूला लेकर आए हैं कि पार्टी बागियों को अपना दुश्मन न माने, पटेल का मानना है कि 93 के चुनाव में कांग्रेसी बागियों ने ही भाजपा-शिवसेना गठबंधन को गद्दी दिला दी थी। सो, इस बार अगर एनसीपी के खिलाफ कोई कांग्रेस का मजबूत बागी खड़ा है तो कांग्रेस पार्टी उसे अंदरखाने से भरपूर मदद दे रही है, और यह खुला खेल फरूर्कावादी है यानी कांग्रेस ने एनसीपी से भी साफ कर दिया है कि किसी सीट पर कांग्रेस के किसी अधिकृत प्रत्याशी के खिलाफ अगर एनसीपी का कोई दमदार बागी खड़ा हो जो सीट जीतने का माद्दा रखता हो तो एनसीपी अपने वैसे बागियों का भी दिल खोलकर साथ दें। यानी चित्त भी पटेल की और पट भी पटेल की। |
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