| पटेल का ऐसे बिगड़ा खेल |
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January 26 2011 |
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प्रफुल्ल पटेल को जरा भी आइडिया नहीं था कि उनसे नागरिक उड्डयन मंत्रालय ले लिया जाएगा, उन्हें भरोसा था कि उन्हें पदोन्नत कर इसी मंत्रालय में कैबिनेट मंत्री बनाया जाएगा, वैसे भी प्रफुल्ल के 10 जनपथ और कांग्रेसी नेताओं से अतिशय मधुर संबंध हैं। राष्ट्रपति भवन में भी शपथ ग्रहण समारोह के बाद नवनियुक्त मंत्रिगण राष्ट्रपति व प्रधानमंत्री के साथ ग्रुप फोटो खिंचवा रहे थे तो तमाम प्रोटोकॉल को धत्ता बताते हुए प्रफुल्ल फोटो सेशन से बाहर आकर सोनिया गांधी को बुलाने चले गए थे कि वो भी इस फोटो सेशन का हिस्सा बनें, पर सोनिया ने मुस्करा कर मना कर दिया था। कहते हैं कि राहुल गांधी के पवार के ऊपर दिए गए बयान से तिलमिलाए एनसीपी के पार्टी प्रवक्ता डी.पी.त्रिपाठी ने जब सोनिया-राहुल पर सीधा हल्ला बोलते हुए कह दिया कि कांग्रेस को साझा सरकार चलाने की कला इटली से सीखनी चाहिए। समझा जाता कि इसी बयान के बाद कांग्रेस ने जैसे तय कर लिया था कि वह अपने घटक दल एनसीपी को मजा चखाएगी, शायद इसी की गाज प्रफुल्ल पटेल पर गिर गई और वे त्रिपाठी के बड़बोलेपन के शिकार हो गए। |
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