नवीन के धन पर गर्जन |
February 27 2013 |
ओडिशा में चुनावी बयार बहने लगी है। कभी राज्य के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक के सबसे करीबियों में शुमार होने वाले और उनका मनी बैग माने जाने वाले प्यारीमोहन महापात्रा जबसे उनसे अलग हुए हैं, नवीन की राह किंचित मुश्किल हुई है। माना जाता है कि नवीन का सारा पैसा महापात्रा के जाने के साथ, उनके साथ चला गया है। यहां तक कि नवीन के पास अपनी पार्टी चलाने के लिए जरूरी पैसा भी नहीं रह गया है। प्यारीमोहन महापात्रा ने अपनी पार्टी ओडिशा जनमोर्चा का चुनावी एजेंडा भी साफ कर दिया है कि उनकी पार्टी पश्चिमी ओडिशा को उसकी स्वायतता दिलाएगी। अगर उनकी पार्टी सत्ता में आयी तो पश्चिमी ओडिशा को न सिर्फ अपना उच्च न्यायालय मिलेगा अपितु संभलपुरी भाषा को अधिकारिक भाषा का भी दर्जा मिलेगा। महापात्रा अपने हर भाषण की शुरूआत में लोगों को यह बताना नहीं भूलते कि वे नवीन को उडिया भाषा नहीं सिखा पाए, इसका उन्हें अब भी रंज है। |
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