दूध की धुली नहीं इशरत |
June 29 2013 |
इशरत जहां एनकाउंटर मामले का एक अहम दस्तावो एफबीआई और एनआइए (जब एनआइए की टीम डेविड हेडली से पूछताछ के लिए अमेरिका गई थी) के पास है। आज एक बदले परिदृश्य में एनआइए ऐसा कोई दस्तावो होने की बात से मना कर रही है पर खुफिया तंत्र से जुड़े अहम सूत्र बताते हैं कि डेविड हेडली ने इशरत जहां के बारे में बकायदा यह बयान दिया था कि वह लश्कर-ए-तोइबा की ‘आपरेटिव’ थी। नहीं तो क्या वजह थी कि इशरत के एनकाउंटर के बाद लश्कर का माऊथपीस माना जाने वाला प्रकाशन ‘गावा टाइम्स’ ने बकायदा एक लेख प्रकाशित कर इशरत को लश्कर का सदस्य बताया था। दो माह पूर्व लश्कर की वेबसाइट पर भी इशरत की मौत को शहादत का दर्ाा दिया गया था। 15 जून 2004 में अहमदाबाद व गांधीनगर के बीच इशरत व उसके साथियों का एनकाउंटर से पूर्व आईबी ने कई अहम सुराग जुटा लिए थे। पर वे तमाम अहम सुराग आज क्यों सियासत की भेंट चढ़ रहे हैं? |
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