दिग्गी ने मोदी से हाथ मिलाया |
September 16 2013 |
पर सवाल तो लाख टके का है कि आखिरकार दिग्विजय सिंह भाजपा नेत्री सुषमा स्वराज के इतने खिलाफ क्यों हैं? सूत्र बताते हैं कि दिग्गी राजा की अंदरखाने से नरेंद्र मोदी से एक बड़ी डील हो चुकी है। मोदी और दिग्गी को करीब लाने में गुजरात के एक प्रमुख उद्योगपति गौतम अदानी की एक महत्त्वपूर्ण भूमिका बतायी जाती है। अदानी के मोदी से बहुत ही करीबी रिश्ते हैं। वहीं कांग्रेस में भी कमलनाथ व दिग्विजय सिंह, एनसीपी में शरद पवार और प्रफुल्ल पटेल से भी अदानी के बेहद नादीकियां हैं। दरअसल, दिग्गी अपने दामाद प्रांजय आदित्य सिंह को गुजरात के गोधरा से लोकसभा का चुनाव लडवाना चाहते हैं दिग्गी की चार बेटियां हैं जिसमें उनकी दूसरी बेटी मंदाकिनी का विवाह संतरामपुर, गोधरा के राज परिवार में प्रांजय के साथ हुआ है। अपने दामाद को गोधरा से विजयी बनवाने में दिग्गी को नरेंद्र मोदी और उनकी सरकार की मदद चाहिए। गौतम अदानी ने ही दिग्गी व मोदी की दोस्ती का रोड मैप तैयार किया है जिसके अंतर्गत मोदी के राजनैतिक शत्रुओं पर दिग्गी का निशाना अचूक बना रहेगा। ताजा सियासी हालात में अडवानी के बाद सुषमा ने ही मोदी विरोध की सबसे ज्यादा अलख जगाई है। चुनांचे वह मोदी-दिग्गी द्वय के निशाने पर हैं। वहीं दिग्गी अपनी पुरानी विधानसभा सीट राघोगढ़ से अपने पुत्र को चुनावी मैदान में उतारना चाहते हैं। |
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