टीम अन्ना के डॉसियर के पीछे कौन? |
October 24 2011 |
2जी मामले पर चारो तरफ से घिर आए चिदंबरम के सियासी अज्ञातवास की रजधूलि भी इतनी विस्फोटक होगी, टीम अन्ना को इस बात का जरा भी इल्म न था, चतुर्दिक संकटों में घिरे चतुर वकील चिदंबरम ने टीम अन्ना को घेरने का पक्का बंदोबस्त कर दिया था,और उन्हें इस काम में कपिल सिब्बल का भी बढ़-चढ़कर साथ मिल रहा था, जो टीम अन्ना से पहले से खार खाए बैठे थे। टीम अन्ना के हर अहम सदस्य का तमाम सरकारी एजेंसियां मसलन आईबी, रेवेन्यू इंटेलीजेंस के लोग सम्मिलित रूप से डॉसियर तैयार करने में जुट गए, किरण बेदी से जुड़ा ताजा मामला इसकी परिणति भर है। बेदी के एनजीओ के ऑडिटेड अकाऊंट को सरकारी एजेंसियों ने न जाने कितनी बार खंगाला, उसके बाद अंग्रेजी के एक खास अखबार समूह को (इसके ‘एडिटर इन चीफ’ चिदंबरम के अंतरंग मित्रों में से हैं) इसकी लीड दी गई, सरकार ने भी एक तरह से तय कर लिया है कि अब टीम अन्ना के सदस्यों पर प्रत्यक्ष नहीं परोक्ष हमला बोला जाएगा और सरकारी बंदूक मीडिया के कंधों पर रखकर गोली सही निशाने पर दागी जाएगी। अगला हमला एक कांग्रेस भक्त मीडिया समूह बोलेगा, फिर दो अंग्रेजी न्यूज साप्ताहिक में कई खुलासे होंगे, यानी सरकार का पूरा प्लॉन तैयार है। |
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