झारखंड में धनपशु |
April 01 2012 |
आखिरकार झारखंड का बहुचर्चित राज्यसभा चुनाव स्थगित हो गया। क्योंकि इस दफे के चुनाव में धन पशुओं ने सियासत की रेलमपेल मचा रखी थी और वहां पैसे का खुला खेल फर्रुकाबादी जारी था। मुख्यमंत्री अर्जुन मुंडा की पसंद आर.के.अग्रवाल थे जो वहां के चैंबर ऑफ कॉमर्स के प्रेसिडेंट थे, कोलकाता के एक धनपशु पवन धूत भी मैदान में थे। एनआरआई अंशुमान मिश्र को स्वयं भाजपा अध्यक्ष नितिन गडकरी लेकर आए थे, जिन्होंने पार्टी के दबाव में अपनी उम्मीदवारी वापिस ले ली। संदीप कुमार को हेमंत सोरेन लेकर आए थे। सुनने में आ रहा था कि चुनाव के ऐन वक्त प्रति विधायक का रेट वहां साढ़े तीन करोड़ रुपयों तक जा पहुंचा था। |
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