…जमाना तो है नौकर बीबी का |
April 23 2011 |
दिल्ली भाजपा अपने बड़बोले अध्यक्ष के बोलने से परेशान है… नासमझ भगवा पार्टी इतना भी नहीं समझ पाई है कि बोलते-बोलते ही तो बिजेंद्र गुप्ता गली-मुहल्ले की राजनीति से दिल्ली की राजनीति तक पहुंच पाए हैं। जबसे बिचारे मजनूं का टीला हार गए हैं, कोई सियासी लैला उन्हें घास नहीं डाल रही। दिल्ली भाजपा में उनका और उनकी पत्नी शोभा विजेंद्र का जलवा तो बस देखते ही बनता है। पार्टी में इनके विरोधी कहते हैं पार्टी चलाने से ज्यादा ध्यान इन दिनों वे अपनी पत्नी के एनजीओ ‘संपूर्णा’ पर दे रहे हैं। अभी पिछले दिनों राष्ट्रीय महिला मोर्चा अध्यक्ष स्मृति ईरानी ने नितीन गडकरी से मिलकर जी-भर के गुप्ता की शिकायत लगाई कि दिल्ली में व्यक्ति ही पार्टी का पर्याय बन गया है और यहां की राजनीति में निरंतर उनकी (स्मृति की) उपेक्षा हो रही है, स्मृति इसे अपना अपमान समझ रही हैं, उनका खुले तौर पर मानना है कि दिल्ली भाजपा तो शोभा विजेंद्र के इशारों पर चल रही है।…जाने अध्यक्ष जी ने क्या दिलासा दी होगी…। |
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