| चिदंबरम-भाजपा में क्या पक रहा है? |
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May 23 2011 |
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आज के सियासतदांओं के पैर कहां होते हैं, उनके पंख होते हैं, वे वक्त की हवा में उड़ते रहते हैं और जब कभी जमीन पर धम्म से आ गिरते हैं…तब उन्हें इल्म होता है कि उनकी दौड़ कब की खत्म हो चुकी है। पी.चिदंबरम बगैर पैरों के ही दौड़ रहे हैं बेतहाशा, आतंकियों की लिस्ट पाकिस्तान को सौंपने में इतनी बड़ी गलती, फिर भी उनका बाल बांका नहीं हो रहा। यहां तक कि प्रमुख विपक्षी पार्टी भाजपा भी इस मामले को हल्के से ले रही है। भाजपा पर चिदंबरम के हालिया अहसान है, कर्नाटक की भाजपा सरकार बचाने में उनकी भी एक महती भूमिका है, इस हेतु भाजपा के एक बड़े नेता से उनकी सांठ-गांठ हुई और तय हुआ कि अब भाजपा राज्यपाल बदलने की रट नहीं लगाएगी (समझा जाता है कि भारद्वाज ने चिदंबरम के कहने पर ही राष्ट्रपति शासन लगाने की गुजारिश की थी), वहीं चिदंबरम चाहते हैं कि सुप्रीम कोर्ट के निर्णय के अलोक में भाजपा कर्नाटक में अपना स्पीकर बदल ले, ताकि कांग्रेसी नाक बची रह सके। और चिदंबरम ने भाजपा के संग यह भी डील कर ली है कि 2जी मामले पर अब भगवा पार्टी ज्यादा हाय-तौबा नहीं मचाएगी। |
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