चिंतन पर प्रश्न |
September 06 2009 |
अब भाजपा में चिंतन बैठक की प्रासंगिकता पर ही सवाल उठने लगे हैं? कई नेताओं ने अब यह सवाल उठाया है कि अगर शिमला में पार्टी ने लोकसभा चुनावों में पार्टी की हार पर चिंतन-मनन किया तो फिर उसमें उन लोगों को क्यों नहीं आमंत्रित किया गया जिनके ऊपर चुनावों में टिकट बांटने की जिम्मेदारी थी, यानी पार्टी की चुनाव समिति को। पार्टी के ‘कोरग्रुप’ को बुलाया गया संसदीय बोर्ड के सदस्यों को भी बुलाया गया पार्टी के महासचिवों को भी आमंत्रित किया गया,फिर इलेक्शन कमेटी के सदस्यों पर नजरें इनायत क्यों नहीं? |
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