घोटालों की नई इबारत |
August 28 2011 |
जिंदगी की बतकहियों में कई विसंगतियों का दर्द भी छुपा होता है, अब जैसे इस शुक्रवार को संसद में कांग्रेसी युवराज बेहद गंभीर भाव-भंगिमाओं से लैस होकर भ्रष्टाचार जैसे गंभीर मुद्दे पर बोलने के लिए खड़े हुए तो वे किंचित इस तथ्य से अनजान थे कि वक्त के गर्दो-गुबार में क्या छुपा है। 2 बिलियन डॉलर की मिराज डील आने वाले दिनों में कांग्रेस की पेशानियों पर बल ला सकती है। इस बात के कुछ पुख्ता सबूत मिलने लगे हैं कि इस डील में बिचौलियों की एक महती भूमिका थी और कयास लगाए जा रहे हैं कि किक-बैक के तौर पर 400 करोड़ रुपयों की जो कथित रकम सिंगापुर स्थित (यह कंपनी स्विट्जरलैंड में रजिस्टर्ड है और इसका काम-काज सिंगापुर से चलता है) जिस विदेशी कंपनी के खाते में जमा हुई है, दरअसल उसका स्वामी भारत के एक सबसे शक्तिशाली राजनैतिक परिवार से जुड़ा है। उसके घोटालों की अनुगूंज संसद व संसद से बाहर सुनाई दे रही है, शायद इसीलिए यह व्यक्ति भारत की बजाए इन दिनों लंदन में रहना ज्यादा पसंद कर रहा है। एक इजराइली कंपनी का नाइट विजन डिवाइसेस सौदे को सिरे चढ़ाने में भी इसी व्यक्ति की भूमिका बताई जाती है। लिहाजा बात निकलेगी तो दूर तलक जाएगी…! |
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